खानपान और खराब जीवनशैली से डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। खासकर शुगर और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर फूड्स के सेवन से बचना चाहिए। चावल खाने का डायबिटीज पर असर जानना जरूरी है। इसलिए आइए आज डॉ वीडी त्रिपाठी से जानते हैं क्या चावल खाने से डायबिटीज का खतरा बढ़ता है या नहीं।
चावल और डायबिटीज के बीच संबंध
चावल में ज्यादा मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है, जो शरीर में शुगर लेवल को बढ़ा सकता है। डायबिटीज के मरीजों को रोजाना चावल खाने से परहेज करने की सलाह दी जाती है।
चावल से फायदे भी हैं
चावल में फाइबर, विटामिन और मिनरल्स जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं। लेकिन इसे सही मात्रा में ही खाना चाहिए, वरना सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
सफेद चावल या ब्राउन राइस?
डायबिटीज में सफेद चावल की बजाय ब्राउन राइस ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। ब्राउन राइस में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में मदद कर सकती है।
ज्यादा चावल खाने से हो सकते हैं ये नुकसान
चावल का ज्यादा सेवन डायबिटीज, मोटापा, दिल की बीमारियां और हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण बन सकता है। संतुलित मात्रा में ही चावल खाना जरूरी है।
चावल की सही मात्रा क्या होनी चाहिए?
चावल की मात्रा पर ध्यान देना जरूरी है। ज्यादा चावल खाने से ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा रहता है, इसलिए सही मात्रा में सेवन करें।
साबुत अनाज का सेवन करें
ब्राउन राइस, मिलेट्स और किनोआ जैसे साबुत अनाज का सेवन फायदेमंद हो सकता है। ये चावल की तुलना में सेहत के लिए बेहतर विकल्प हैं।
नियमित व्यायाम की अहमियत
डायबिटीज से बचने के लिए सिर्फ खानपान ही नहीं, बल्कि नियमित व्यायाम भी करना जरूरी है। इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
चावल को अकेले न खाएं। इसे प्रोटीन, सब्जियों और सलाद के साथ खाएं। इससे सेहत पर सकारात्मक असर पड़ेगा और डायबिटीज का खतरा कम होगा। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com