खीरा खाना गर्मियों में फायदेमंद होता है, इससे शरीर को ठंडक मिलती है। लेकिन बारिश के मौसम में इसका सेवन करने से कुछ दिक्कत हो सकती है। आइए जानें बरसात के मौसम में खीरा खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं।
डाइजेशन पर असर
बरसात में डाइजेस्टिव पावर कमजोर रहती है। खीरा की तासीर ठंडी होती है, जिससे गैस, अपच और पेट फूलने की दिक्कत बढ़ सकती है।
सर्द-खांसी का कारण
खीरा ठंडा होता है, जिससे इसे बरसात में खाने से गला खराब होना, खांसी या जुकाम की दिक्कत बढ़ सकती है। इसकी तासीर ठंडी होती है, इसलिए इस दिक्कत में इसे खाने से बचना चाहिए।
स्किन पर दिक्कत
बरसात के मौसम में ज्यादा मॉइस्चर के कारण खीरा ज्यादा खाने से स्किन में जलन, खुजली, एलर्जी और फंगल का खतरा हो सकता है। सेंसिटिव स्किन वालों को यह दिक्कत ज्यादा हो सकती है।
बार-बार पेशाब की शिकायत
खीरा डाइयूरेटिक यानी मूत्रवर्धक होता है। बरसात में इसे खाने से बार-बार टॉयलेट और शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का डिसबैलेंस शरीर को कमजोर बना सकता है।
पाचन अग्नि को कम करता है
आयुर्वेद के अनुसार, बरसात में शरीर की पाचन अग्नि कमजोर होती है। खीरा उस अग्नि को और कम कर देता है, जिससे खाना ठीक से नहीं पचता।
कैसे बरतें सावधानी?
अगर आप खीरा खाना बहुत पसंद करते हैं, तो बरसात में फ्रेश और अच्छे से धुला हुआ खीरा खाएं। दोपहर में ही खाना फायदेमंद होता है रात में और बहुत ठंडा खीरा खाने से बचें।
बरसात में खीरे जैसी ठंडी चीजों को सीमित मात्रा में ही खाना शरीर के लिए सही होता है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com