नसों में दर्द अक्सर ब्लॉकेज, खराब ब्लड सर्कुलेशन या नस दबने से होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी एक बड़ी वजह विटामिन्स की कमी भी है? जानिए इससे जुड़ी जरूरी बातें डायटीशियन गरिमा गोयल से।
नसों में दर्द और पोषण की भूमिका
आपकी नसें मस्तिष्क को संकेत भेजती हैं। जब इनमें पोषण की कमी होती है, तो उनका कार्य बाधित होता है। कमजोर नसें सही तरीके से काम नहीं कर पातीं, जिससे दर्द, सुन्नपन या जलन जैसी समस्याएं होती हैं।
किस विटामिन की कमी है जिम्मेदार?
डायटीशियन गरिमा गोयल के अनुसार, नसों में दर्द का मुख्य कारण विटामिन B6 और B12 की कमी है। इसकी कमी से परिधीय न्यूरोपैथी हो सकती है, जो नसों को स्थायी रूप से डैमेज कर सकती है।
विटामिन B6 क्यों है जरूरी?
विटामिन B6 नसों की सुरक्षा के लिए जरूरी परत बनाने में मदद करता है। यह नर्व एंडिंग की मरम्मत करता है और दर्द कम करने में सहायक होता है। लेकिन इसकी मात्रा 200mg से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
विटामिन B12 की भूमिका
विटामिन B12 नसों की कार्यक्षमता बढ़ाता है और नर्व टिश्यू को पुनर्जीवित करता है। इसकी कमी से थकान, कमजोरी और नर्वस सिस्टम संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। सप्लीमेंट्स तभी लें जब डॉक्टर सलाह दे।
इन खाद्य पदार्थों से करें कमी पूरी
दूध, दही, पनीर, अंडा, चिकन, टूना मछली, पालक, गाजर, शकरकंद, एवोकाडो और केले जैसे फूड्स में विटामिन B भरपूर होता है। इन्हें डाइट में शामिल करें और नसों को अंदर से मजबूत बनाएं।
ध्यान रखें ये बातें
अगर आपको लगातार नसों में झनझनाहट या तेज दर्द महसूस हो रहा है, तो डॉक्टर से संपर्क करें। सही डायग्नोसिस के बाद ही विटामिन B सप्लीमेंट्स या ट्रीटमेंट शुरू करें। सेल्फ-ट्रीटमेंट से बचें।
डायबिटिक न्यूरोपैथी में भी फायदेमंद
विटामिन बी सप्लीमेंट्स डायबिटिक न्यूरोपैथी के इलाज में सहायक माने जाते हैं। यह नर्व फंक्शन सुधारते हैं और सूजन कम करते हैं। नियमित पोषण के जरिए आप नसों की कई समस्याओं से बच सकते हैं।
नसों में दर्द को नजरअंदाज न करें। यह केवल बाहरी वजह नहीं, बल्कि शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी का संकेत भी हो सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com