सुबह-सुबह बिना किसी कारण चुपचाप जाग जाना क्या सामान्य है या किसी गहरी बात का संकेत?
डिप्रेशन और सुबह का रिश्ता
डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों में अक्सर सुबह का समय सबसे भारी महसूस होता है। उन्हें खुद में कोई ऊर्जा या भावना नहीं मिलती।
चुपचाप उठना क्या दर्शाता है?
हर दिन बिना किसी अलार्म के, उदास चुप्पी के साथ उठना कभी-कभी मन के अंदर चल रही परेशानियों का इशारा हो सकता है।
यह सिर्फ आदत भी हो सकती है
कुछ लोगों का स्वभाव ही शांत होता है। हर सुबह चुप रहना जरूरी नहीं कि मानसिक बीमारी का संकेत हो।
डिप्रेशन के अन्य लक्षण
PubMed की एक रिपोर्ट के अनुसार, नींद में गड़बड़ी, भूख कम या ज्यादा लगना, किसी काम में मन न लगना और जीवन के प्रति रुचि कम हो जाना, ये डिप्रेशन के आम लक्षण हैं।
क्या यह एक चेतावनी संकेत है?
अगर सुबह की चुप्पी के साथ-साथ निराशा, थकान और नकारात्मक सोच भी है, तो यह डिप्रेशन की शुरुआत हो सकती है।
कब सावधान हो जाएं?
अगर ये बदलाव लगातार दो हफ्तों से ज्यादा समय तक दिखें, तो मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से मिलना जरूरी है।
खुद पर ध्यान देना जरूरी है
हमारा शरीर और मन छोटे-छोटे संकेत देते हैं। सुबह की चुप्पी को नजरअंदाज न करें, खासकर जब आप खुद को अलग-थलग महसूस करने लगें।
योग, अच्छी नींद, बात करना और प्रोफेशनल मदद लेना, ये सब डिप्रेशन से उबरने में मदद करते हैं। बदलाव की शुरुआत खुद से होती है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com