दही प्राकृतिक रूप से घर पर जमाया जाता है, जबकि योगर्ट एक प्रोसेस्ड फॉर्म है, जिसमें खास बैक्टीरिया का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं इन दोनों में सबसे ज्यादा सेहत के लिए कौन फायदेमंद है? आइए, डाइटीशियन डॉ. सुगीता मुटरेजा से जानते हैं इस बारे में।
दही कैसे बनता है?
दही दूध में लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया के जरिए प्राकृतिक रूप से जमता है। इसे पारंपरिक भारतीय घरों में आसानी से बनाया जाता है और इसमें प्रोबायोटिक की मात्रा सीमित होती है।
योगर्ट कैसे बनता है?
योगर्ट बनाने में 'लैक्टोबैसिलस बुल्गारिकस' और 'स्ट्रेप्टोकोकस थर्मोफिलस' बैक्टीरिया का उपयोग होता है। इसमें प्रोबायोटिक्स ज्यादा होते हैं, जो आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।
दही के फायदे
दही में गुड बैक्टीरिया, कैल्शियम और फास्फोरस होते हैं। यह इम्यूनिटी बढ़ाता है, हड्डियों को मजबूत करता है और त्वचा व बालों की देखभाल में भी लाभकारी होता है।
योगर्ट के फायदे
योगर्ट में विटामिन B5, पोटैशियम और भरपूर प्रोटीन होता है। यह पाचन को बेहतर करता है, वजन घटाने में मदद करता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।
वेट लॉस में कौन बेहतर?
वजन कम करने वालों के लिए योगर्ट अधिक फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इसमें प्रोटीन अधिक होता है। दही भी भूख कम करने में मदद करता है, जिससे वेट कंट्रोल होता है।
कौन है ज्यादा फायदेमंद?
अगर आप प्रोबायोटिक सपोर्ट चाहते हैं, तो योगर्ट थोड़ा बेहतर है। लेकिन अगर आप नेचुरल, बिना प्रोसेसिंग वाला विकल्प चाहते हैं, तो दही बेस्ट है। दोनों सेहत के लिए बेहतरीन हैं, बस सही मात्रा में सेवन करें।
स्वाद में अंतर
दही का स्वाद हल्का खट्टा और ताजा होता है, जबकि योगर्ट कई फ्लेवर में आता है। अगर आपको बिना मिठास वाला प्राकृतिक स्वाद पसंद है, तो दही चुनें। अगर फ्लेवर चाहिए, तो योगर्ट अच्छा विकल्प है।
दही और योगर्ट दोनों सेहत के लिए फायदेमंद हैं। इन्हें अपनी रोजाना की डाइट का हिस्सा बनाएं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com