रोजमर्रा के कामों में हाथों और कंधों का ज्यादा उपयोग होता है, जिससे दर्द भी हो सकता है। इसे दूर करने के लिए योगासन सबसे अच्छा और प्राकृतिक उपाय हो सकता है।
प्रसारित पद्मोत्तानासन
प्रसारित पद्मोत्तानासन करने से शरीर का संतुलन बेहतर होता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और कंधों व हाथों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
गरुड़ासन
गरुड़ासन से हाथों, कंधों और पीठ की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। यह शरीर को लचीला बनाकर संतुलन बढ़ाता है और नियमित अभ्यास करने से एकाग्रता में सुधार होता है।
गोमुखासन
गोमुखासन का अभ्यास करने से कंधों और हाथों में खिंचाव आता है, जिससे उनकी कार्यक्षमता बेहतर होती है और पीठ दर्द, तनाव और थकान जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है।
अधोमुख श्वानासन
अधोमुख श्वानासन करने से हाथों, पैरों और पीठ की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। यह शरीर के लचीलेपन को बढ़ाने के साथ-साथ पाचन तंत्र को भी दुरुस्त रखता है।
बालासन
बालासन से कंधे, पीठ और जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है। यह शरीर को गहरी शांति देता है और तनाव कम करने में मदद करता है, जिससे व्यक्ति तरोताजा और एनर्जेटिक महसूस करता है।
ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होना
योगासनों का नियमित अभ्यास करने से हाथों और कंधों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे उनकी मजबूती बनी रहती है और किसी भी प्रकार की चोट या अकड़न से बचाव होता है।
हाथ और कंधे होंगे मजबूत
योग के इन आसनों को करने से न केवल हाथ और कंधे मजबूत होते हैं, बल्कि शरीर की लचीलापन बढ़ता है और स्वास्थ्य में सुधार आता है, जिससे दिनभर ऊर्जा बनी रहती है।
योगासन के फायदे
अगर आप हाथों और कंधों को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो नियमित रूप से इन योगासनों का अभ्यास करें, जिससे व्यक्ति स्वस्थ, एक्टिव और आत्मविश्वासी महसूस करता है।
योगासन न केवल शारीरिक मजबूती प्रदान करते हैं, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी बनाए रखते हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com