उल्टा चलना शरीर के संतुलन और समन्वय को बेहतर बनाता है, जिससे दिमाग और शरीर के बीच तालमेल बढ़ता है और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
सूजन से राहत
उल्टा चलने से घुटनों पर दबाव कम पड़ता है, जिससे घुटनों के दर्द और सूजन में राहत मिलती है। खासकर, गठिया और चोट की स्थिति में यह फायदेमंद होता है।
मेंटल हेल्थ में सुधार
मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए उल्टा चलना एक बेहतरीन अभ्यास है, जो दिमाग को एक्टिव रखता है और डिप्रेशन तथा एंग्जायटी में राहत पहुंचाता है।
मांसपेशियां होंगी मजबूत
उल्टा टहलने से आपके पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जिससे पैरों में मजबूती और लचीलापन बढ़ता है। इससे शरीर की गतिशीलता में सुधार होता है।
दर्द में आराम
पीठ दर्द और कमर दर्द में उल्टा चलने से राहत मिल सकती है। यह शरीर के पिछले हिस्से की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
घुटनों के दर्द में आराम
रोजाना 20-30 मिनट उल्टा चलने से घुटनों के दर्द और सूजन में राहत मिलती है। यह गठिया जैसी समस्याओं में भी मददगार साबित होता है।
एकाग्रता बढ़ेगी
अगर आप मानसिक तनाव से परेशान हैं, तो उल्टा चलने से आपकी एकाग्रता बढ़ेगी और दिमाग पर ज्यादा जोर पड़ने से आपको मानसिक शांति मिल सकती है।
मांसपेशियों की एक्सरसाइज
उल्टा चलने से पैरों में मांसपेशियों की एक्सरसाइज होती है, जिससे पैरों की ताकत बढ़ती है। यह शरीर के पिछले हिस्से के लिए यह एक अच्छा अभ्यास होता है।
कार्डियो वर्कआउट
यह एक बेहतरीन कार्डियो वर्कआउट है, जो न सिर्फ शरीर को फिट रखता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।
उल्टा चलने से शरीर के संतुलन में सुधार होता है, जिससे आपका एकाग्रता स्तर भी बढ़ता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com