डायबिटीज से बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना जरूरी है, जिसमें संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्ट्रेस मैनेजमेंट शामिल हो, ताकि ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहे और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सके।
एक्सपर्ट की राय
इस विषय पर हमने डायबिटीज के कारण होने वाली जटिलताओं और उनको मैनेज करने के तरीकों को जानने के लिए कर्नाटक के बनरघट्टा रोड पर स्थित अपोला शुगर क्लिनिक के कंसल्टेंट एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. वरुण सूर्यदेवरा से बात की है।
गंभीर समस्याएं
ब्लड शुगर लेवल बढ़ने पर शरीर के कई अंग प्रभावित हो सकते हैं, जिनमें दिल, किडनी, आंखें, नसें, हड्डियां और दांत शामिल हैं। इससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक, नेफ्रोपैथी, रेटिनोपैथी और नर्व डैमेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
हेल्दी चीजों का सेवन
डायबिटीज के मरीजों को हेल्दी चीजों का सेवन करना चाहिए, जिसमें हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन शामिल हों। साथ ही, मीठे और ज्यादा कार्बोहाइड्रेट वाली चीजों से बचना चाहिए।
एक्सरसाइज करना
नियमित एक्सरसाइज और योग करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है, वजन कंट्रोल रहता है और डायबिटीज के कारण होने वाली जटिलताओं का जोखिम कम हो जाता है।
आंखों की जांच कराएं
डायबिटीज के कारण आंखों पर असर पड़ सकता है, जिससे धुंधलापन और अंधेपन की समस्या हो सकती है। इसलिए, नियमित रूप से आंखों की जांच करवानी चाहिए।
यूरिन टेस्ट और ब्लड प्रेशर की जांच कराएं
ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने पर किडनी पर नकारात्मक असर पड़ सकता है, जिससे डायबिटिक नेफ्रोपैथी की समस्या हो सकती है। इसलिए, नियमित रूप से यूरिन टेस्ट और ब्लड प्रेशर की जांच करवाना बहुत जरूरी होता है।
नर्व डैमेज की समस्या
डायबिटीज के मरीजों को नर्व डैमेज की समस्या हो सकती है, जिससे हाथ-पैरों में झुनझुनी, सुन्नपन और दर्द हो सकता है। ऐसे में, किसी भी बदलाव को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
डेंटल चेकअप कराएं
मसूड़ों और दांतों की समस्या डायबिटीज के कारण आम हो सकती है। इसलिए, दांतों की साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए। हर छह महीने में डेंटल चेकअप करवाना चाहिए।
ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखना बहुत जरूरी है। अनियंत्रित ब्लड शुगर से हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com