प्रोस्टेट कैंसर एक गंभीर लेकिन धीरे-धीरे बढ़ने वाला कैंसर है, जो पुरुषों की प्रोस्टेट ग्रंथि में होता है। इसकी शुरुआत में लक्षण नहीं दिखते, इसलिए समय पर जांच बहुत जरूरी होती है। सही समय पर टेस्ट करवाकर इसका जल्दी पता लगाया जा सकता है और इलाज भी सफल हो सकता है।
डॉक्टर से जानें
यहां एससीपीएम हॉस्पिटल के कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर सुदीप ने कुछ जरूरी टेस्ट बताए हैं, जिसके द्वारा प्रोस्टेट कैंसर का पता लगाया जा सकता है।
प्रोस्टेट कैंसर क्या है?
प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में होने वाला एक आम कैंसर है। इसमें प्रोस्टेट ग्रंथि में असामान्य कोशिकाएं बनने लगती हैं जो धीरे-धीरे शरीर के अन्य भागों में फैल सकती हैं।
शुरुआती लक्षण क्या हैं?
शुरुआत में लक्षण नजर नहीं आते। जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, बार-बार पेशाब आना, जलन, कमजोरी और बुखार जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं।
पहला टेस्ट- फिजिकल एग्जामिनेशन
डॉक्टर सबसे पहले मरीज की फिजिकल जांच करते हैं। इसमें मेडिकल हिस्ट्री, लक्षणों की जानकारी और डिजिटल रेक्टल एग्जामिनेशन (DRE) शामिल होता है।
प्रोस्टेट बायोप्सी टेस्ट
इस टेस्ट में प्रोस्टेट से टिशू का सैंपल लिया जाता है। माइक्रोस्कोप से कैंसर सेल की पहचान की जाती है। नीडल बायोप्सी और TRUS से भी जांच होती है।
पीएसए ब्लड टेस्ट
PSA टेस्ट से खून में मौजूद प्रोस्टेट स्पेसिफिक एंटीजन की मात्रा का पता लगाया जाता है। अगर पीएसए लेवल ज्यादा हो, तो प्रोस्टेट कैंसर की आशंका बढ़ती है।
इमेजिंग टेस्ट से पुष्टि
कैंसर की स्थिति जानने के लिए अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे और एमआरआई जैसे इमेजिंग टेस्ट किए जाते हैं। इससे कैंसर की स्टेज और फैलाव का पता चलता है।
शुरुआती स्टेज पर कैंसर का इलाज आसानी से किया जा सकता है। देर होने पर इलाज मुश्किल हो जाता है और जान का खतरा बढ़ सकता है। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com