मानसून में गिलोय खाने से इम्यूनिटी बढ़ती है, जिससे शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है और खासकर बच्चों और बुजुर्गों को सर्दी-जुकाम से बचाव मिलता है।
एक्सपर्ट की राय
आइए, आरोग्य डाइट और न्यूट्रीशन क्लीनिक की डाइटिशियन डॉ. सुगीता मुटरेजा से जानते हैं मानसून में गिलोय खाने के फायदे क्या हैं?
फ्री रेडिकल्स से बचाव
गिलोय में एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर के अंदर के हानिकारक फ्री रेडिकल्स को खत्म कर स्वस्थ्य बनाए रखते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।
सर्दी-जुकाम से बचाव
सर्दी, जुकाम और बुखार में गिलोय का काढ़ा पीने से जल्दी आराम मिलता है। इसमें बुखार कम करने वाले गुण होते हैं, जो शरीर की तेजी से ठीक होने में मदद करते हैं।
संक्रमण से बचाव
मानसून के मौसम में बैक्टीरिया और वायरस तेजी से फैलते हैं। ऐसे में, गिलोय का सेवन संक्रमण और इंफेक्शन से बचाने में सहायक होता है।
सूजन कम करना
गिलोय के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में सूजन कम करते हैं और इंफेक्शन से लड़ने में मददगार साबित होते हैं, जिससे स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
पाचन तंत्र मजबूत होना
बारिश के मौसम में फास्ट फूड और तला-भुना खाने से कब्ज की समस्या बढ़ जाती है, लेकिन गिलोय का सेवन पाचन तंत्र को मजबूत कर कब्ज से राहत दिलाता है।
डायबिटीज में फायदेमंद
डायबिटीज के मरीजों के लिए भी मानसून में गिलोय बहुत फायदेमंद है। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है और स्वास्थ्य बनाए रखता है।
गिलोय का जूस या काढ़ा पीने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है और मलेरिया, डेंगू जैसे मानसून में होने वाले रोगों से बचाव होता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com