अगर ओरल हाइजीन का ध्यान न रखा जाए, तो दांतों का पीलापन, मुंह की बदबू और दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इनसे बचने के लिए प्राकृतिक उपाय अपनाना फायदेमंद है। तो आइए आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानते हैं घर पर आयुर्वेदिक मंजन बनाने का तरीका।
केमिकल वाले टूथपेस्ट से सावधान
बाजार में मिलने वाले कई टूथपेस्ट में केमिकल होते हैं, जो दांतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। आयुर्वेदिक टूथ पाउडर इसका एक सुरक्षित और प्राकृतिक विकल्प है।
आयुर्वेदिक मंजन बनाने की सामग्री
50 ग्राम चारकोल, लौंग, मुलेठी, दालचीनी, तोमर के बीज, अकरकरा और नीम के सूखे पत्ते लें। ये सभी सामग्री दांतों और मसूड़ों को मजबूत बनाने में मदद करती है।
सामग्री को धूप में सुखाएं
सारी सामग्री को अच्छे से धोकर दो से तीन दिन धूप में रखें। इससे वे पूरी तरह सूख जाएंगी और पाउडर आसानी से बनाया जा सकेगा।
मिक्सी में पीसकर पाउडर तैयार करें
सुखाई गई सामग्री को मिक्सी में डालें और बारीक पीस लें। अगर पहली बार में पाउडर महीन न बने, तो इसे दो-तीन बार पीसें और फिर छान लें।
सेंधा नमक मिलाएं और जार में भरें
पिसे हुए पाउडर में आधा चम्मच सेंधा नमक मिलाएं। यह दांतों को अच्छे से साफ करेगा और मजबूती भी देगा। अब इसे एक जार में स्टोर कर लें।
सूजन और दर्द में फायदेमंद
यह आयुर्वेदिक मंजन मसूड़ों की सूजन और दर्द को कम करता है। नियमित इस्तेमाल से मसूड़े स्वस्थ और मजबूत बनते हैं।
मुंह के छालों को दूर करें
जिन्हें बार-बार मुंह में छाले होते हैं, उनके लिए यह पाउडर रामबाण है। साथ ही, यह मुंह की बदबू को भी खत्म करता है।
जिन्हें बार-बार मुंह में छाले होते हैं, उनके लिए यह पाउडर रामबाण है। साथ ही, यह मुंह की बदबू को भी खत्म करता है।