कोरोना वायरस महामारी कब समाप्त होगी, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। ये एक ऐसी वैश्विक महामारी है, जिसका असर दुनिया के हर देश और हर नागरिक पर पड़ रहा है। बच्चों के स्कूल बंद हैं, उनकी सोशल लाइफ खत्म हो चुकी है और घर में रहे-रहे उनमें कई तरह की गलत आदतें भी बढ़ रही हैं। महामारी तो अगले कुछ महीनों या साल में चली जाएगी लेकिन बच्चों की आदत और विचार में जो बदलाव आएंगे, वो हमेशा के लिए उनपर हावी रह सकते हैं। इसलिए हम आपको बता रहे हैं महामारी के दौरान पॉजिटिव पैरेंटिंग के लिए बच्चों की देखभाल से जुड़ी 5 बेहद जरूरी टिप्स।
मोबाइल, टीवी के ज्यादा इस्तेमाल से रोकें
घर में रहते हुए बच्चे सबसे ज्यादा समय मोबाइल, टीवी, लैपटॉप या दूसरे स्क्रीन वाले गैजेट्स पर गुजार रहे हैं, जिसका असर उनकी आंखों और मेंटल ग्रोथ पर पड़ रहा है। इसलिए बच्चों को सिर्फ उतना स्क्रीन टाइम ही यूज करने दें, जितना जरूरी हो। जैसे- ऑनलाइन क्लासेज के लिए थोड़ा समय, दोस्तों से बातचीत और वीडियो चैट के लिए थोड़ा समय, टीवी के लिए थोड़ा समय। इसके अलावा बच्चों को हर समय न तो टीवी, मोबाइल का इस्तेमाल करने दें, न ही खुद करें।
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बच्चों को सिखाएं सैनिटाइजेशन का महत्व
ये महामारी हमारे लिए एक अभिशाप बनकर जरूर आई है, लेकिन ये सबसे सही समय है अपने बच्चों को ये सिखाने का कि साफ-सफाई कितनी जरूरी है और कैसे स्वच्छता के नियमों का पालन रोजमर्रा के जीवन में किया जा सकता है। बच्चों को बताएं कि उन्हें घर से बाहर जाने से पहले मास्क पहनना चाहिए, चेहरे पर हाथ लगाने से पहले हाथ साफ करना चाहिए और दूसरों की इस्तेमाल की गई चीजों को स्वयं इस्तेमाल करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
मेंटल स्ट्रेस पर बात करें
मानसिक तनाव या डिप्रेशन कितना खतरनाक हो सकता है, ये पिछले दिनों हुई कुछ घटनाओं ने और इस महामारी ने हमें बता दिया है। इसलिए आपको अपने बच्चों को मेंटल स्ट्रेस के बारे में ज्यादा सावधान और सचेत रखना चाहिए। उन्हें समझाएं कि अकेलापन जिंदगी में किसी चीज का हल नहीं है। वो जब भी तनाव में हों, आपसे बात करें और घर पर अपनी प्रॉबलम्स को जरूर शेयर करें। इससे बच्चे जीवनभर मेंटल स्ट्रेस से लड़ना सीख जाएंगे।
बच्चों को थोड़ी एक्सरसाइज की आदत डलवाएं
इस समय बच्चे न तो खेलने के लिए घर से बाहर जा पा रहे हैं, न ही स्कूलों में धमा-चौकड़ी मचा पा रहे हैं और न ही आसपास के पार्क में जा रहे हैं। ऐसे में घर में बैठे-बैठे और लेटे-लेटे बच्चों की फिजिकल फिटनेस खराब हो सकती है। जन्म से 18 साल की उम्र बच्चों के विकास के लिए बेहद खास मानी जाती है। इसलिए अपने बच्चों की अच्छी ग्रोथ के लिए, उनके सही शारीरिक विकास के लिए आपको उन्हें रोजाना थोड़ी एक्सरसाइज करने की आदत डलवानी चाहिए। आप बच्चों को घर के अंदर ही एक्सरसाइज करने या वॉक करने के लिए कह सकते हैं। इसके अलावा योगासन और घर के काम में मदद भी फिजिकल फिटनेस मेनटेन करने के लिए बेहतर विकल्प हैं।
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डाइट का ख्याल रखें
इन दिनों बच्चों की डाइट का ख्याल रखना सबसे जरूरी है क्योंकि डाइट ही इम्यूनिटी बढ़ाने का सबसे जरूरी तरीका है। महामारी के समय में आपको अपने और बच्चों के खानपान में कुछ खास चीजों को जरूर शामिल करना चाहिए, जैसे- आयुर्वेदिक काढ़ा, हरी सब्जियां, ताजे फल, विटामिन सी युक्त आहार, फाइबर से भरपूर अनाज, च्यवनप्राश आदि। अपने बच्चों को रोजाना रात में सोने से पहले 1 ग्लास दूध और 1 चम्मच च्यवनप्राश दें।
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