World Heart Day 2021: साइलेंट हार्ट अटैक के ये 4 लक्षण हो सकते हैं खतरे का संकेत, जानें इससे बचाव के टिप्स

साइलेंट हार्ट अटैक को सामान्य हार्ट अटैक से ज्यादा खतरनाक माना जाता है क्योंकि इसके लक्षण बिल्कुल सामान्य होते हैं, जिसे मरीज नजरअंदाज कर देते हैं।
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World Heart Day 2021: साइलेंट हार्ट अटैक के ये 4 लक्षण हो सकते हैं खतरे का संकेत, जानें इससे बचाव के टिप्स

हार्ट अटैक एक खतरनाक बीमारी मानी जाती है क्योंकि कई बार ये रोग रोगी को संभलने का भी मौका नहीं देता है। कई बार लक्षण दिखने के बाद अगर सही समय पर रोगी को उपचार न मिल पाए, तो कुछ घंटों या मिनटों में ही व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। मगर क्या आपको पता है कि हार्ट अटैक से भी खतरनाक एक दिल की बीमारी है, जिसे 'साइलेंट हार्ट अटैक' (Silent Heart Attack) कहते हैं। आमतौर पर हार्ट अटैक (दिल का दौरा) आने का सबसे आम लक्षण है कि व्यक्ति के सीने में तेज दर्द होता है। मगर साइलेंट हार्ट अटैक होने पर व्यक्ति में ऐसे कोई लक्षण नहीं दिखते हैं, जिन्हें गंभीरता से लिया जाए। ऐसे में व्यक्ति लक्षणों को नजरअंदाज कर देता है और अचानक उसकी मौत हो जाती है। वर्ल्ड हार्ट डे (World Heart Day) के मौके पर कार्डियोलॉजिस्ट से जानिए इस गंभीर बीमारी के बारे में जरूरी बातें।


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मुंबई के एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. संतोष कुमार डोरा बताते हैं कि आमतौर पर जब किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आता है, तो उसे कुछ संकेतिक लक्षण महसूस होते हैं, जैसे- सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ आदि। लेकिन जब बिना किसी ऐसे लक्षण के हार्ट अटैक आता है, जिससे व्यक्ति या उसके आसपास के लोगों को इसका पता चले, तो उसे साइलेंट हार्ट अटैक कहते हैं। यानी साइलेंट हार्ट अटैक में भी लक्षण तो महसूस होते हैं, लेकिन वो लक्षण इतने तीव्र या गंभीर नहीं होते हैं कि व्यक्ति को गंभीरता की आशंका हो। अगर किसी व्यक्ति की क्लीनिकल हिस्ट्री में हार्ट अटैक नहीं है, तो ऐसे व्यक्ति में तत्काल साइलेंट हार्ट अटैक को पहचानना बहुत मुश्किल होता है। ज्यादातर मामलों में इसका पता तब चलता है जब मरीज डॉक्टर के पास हार्ट के बजाय किसी अन्य समस्या के लिए जाता है। ऐसी स्थिति में साइलेंट हार्ट अटैक को हॉस्पिटल में इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम के द्वारा ही जांचा जा सकता है।

शरीर में पल रहे रोग का पता नहीं चलता

हार्ट अटैक (हृदयाघात) आमतौर पर तब होता है, जब दिल के किसी हिस्से में खून का प्रवाह ठीक से नहीं हो पाता है, जिससे दिल के उस हिस्से की मांसपेशियां मरने लगती हैं। आमतौर पर ये स्थिति अचानक आती है और जानलेवा होती है। हार्ट अटैक के कई कारण हो सकते हैं, जो जिंदगी भर आपके शरीर में खतरे को बढ़ाते रहते हैं, मगर आपको पता भी नहीं चलता है। आमतौर पर 40-45 साल की उम्र तक व्यक्ति को अगर बीमारी नहीं है और उसका शरीर सही काम कर रहा है, तो उसे लगता है कि वो स्वस्थ है। मगर कई बार कुछ छोटी-छोटी गलत आदतों के कारण आपके शरीर में ऐसी स्थिति बनती चली जाती है, जिसके कारण 45-50 की उम्र के बाद हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

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साइलेंट हार्ट अटैक क्यों है खतरनाक स्थिति?

साइलेंट हार्ट अटैक को मेडिकल साइंस में बेहद खतरनाक स्थिति माना जाता है क्योंकि कई बार इस तरह के हार्ट अटैक के पहले दिखने वाले लक्षण बेहद सामान्य होते हैं, कि मरीज को लगता है कि रोजमर्रा की कोई छोटी-मोटी समस्या है। साइलेंट हार्ट अटैक के समय देखने वाले को व्यक्ति बिल्कुल नॉर्मल लग सकता है, इसलिए आसपास मौजूद लोग भी ऐसे में कोई मदद नहीं कर पाते हैं।

साइलेंट हार्ट अटैक के 4 संकेत (4 Symptoms of Silent Heart Attack)

आमतौर पर साइलेंट हार्ट अटैक के 4 संकेत हैं, जिनके दिखने पर व्यक्ति को सावधान हो जाना चाहिए।

  1. सीने के बीच के हिस्से में तेज बेचैनी महसूस होना, जैसे- सीने को कोई बहुत तेज दबा रहा है, तेज दर्द हो रहा है या कोई अंगों को मुट्ठी में मसल रहा है। ये लक्षण कुछ समय तक लगातार रह सकता है या कुछ सेकंडों-मिनटों के अंतर पर आता-जाता हुआ महसूस हो सकता है।
  2. सीने के ऊपर के हिस्सों में परेशानी महसूस होना जैसे- कंधों, दोनों बाजुओं, पीठ, गर्दन, पेट और जबड़ों में अजीब सी बेचैनी या दर्द महसूस होना। हो सकता है मरीज को इनमें से किसी एक अंग में बेचैनी महसूस हो, या एक साथ कई अंगों में हो।
  3. सीने में दबाव के साथ-साथ व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होने लगना, जिससे वो ठीक से सांस न ले पाए।
  4. सिर भारी लगना, चक्कर आना और अचानक ठंडा पसीना आना।

इन चार मुख्य लक्षणों के अलावा कई स्थितियों में चक्कर आना, उल्टी आना, अपच की समस्या और अचानक बहुत ज्यादा थकान महसूस करना भी साइलेंट हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।

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साइलेंट हार्ट अटैक में ध्यान देने वाली जरूरी बातें (Tips During Heart Attack)

  • कई बार साइलेंट हार्ट अटैक के ये लक्षण दिखने के बाद व्यक्ति सामान्य हो जाता है। मगर ये इस बात का संकेत है कि आपको जल्द ही दूसरा और तीसरा अटैक आने वाला है, जो अगली बार आपको संभलने का मौका नहीं देगा। इसलिए इनमें से किसी भी लक्षण के दिखने पर जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें और जरूरी सलाह लें।
  • साइलेंट हार्ट अटैक में होने वाला सीने का दर्द कई बार इतना हल्का होता है, कि व्यक्ति को लग सकता है कि उसे गैस या पेट की किसी बीमारी की वजह से दर्द हो रहा है। इसलिए सीने में दर्द के साथ दूसरे लक्षणों के दिखने पर सावधान हो जाएं।
  • अकेले सीने में दर्द हार्ट अटैक का लक्षण नहीं होता है, इसलिए अगर किसी को अचानक सीने में दर्द हो, तो घबराएं नहीं, बल्कि अन्य लक्षणों के दिखने पर ही इसे हार्ट अटैक समझें।

क्यों आता है साइलेंट हार्ट अटैक? (Causes of Silent Heart Attack)

आमतौर पर सामान्य हार्ट अटैक और साइलेंट हार्ट अटैक, दोनों को बढ़ाने वाले खतरे एक ही होते हैं। मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल और डायबिटीज के कारण व्यक्ति को इन रोगों का खतरा हो सकता है। अंतर सिर्फ इतना है कि साइलेंट हार्ट अटैक के मामले में व्यक्ति को समझ नहीं आता है कि उसे क्या करना चाहिए।

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