पुरुष बूब्स से छुटकारा पाने के आसान टिप्स!

पुरुषों में एस्‍ट्रोजन और टेस्‍टोस्‍टेरॉन हार्मोन के असन्तुलन के कारण ब्रेस्‍ट के ऊतकों में सूजन आ जाती है, इसे ही गाइनीकोमेस्टिया कहा जाता है। नियमित व्‍यायाम और सर्जरी के जरिये इसका उपचार संभव है।
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पुरुष बूब्स से छुटकारा पाने के आसान टिप्स!


पुरुषों या बच्चों में एस्ट्रोजन और टेस्टासिटरॉन हार्मोन के असन्तुलन के कारण स्तन के टिशुओं के सूजने को गाइनिकोमेस्टिया अर्थात पुरुषों में स्तनों का बढ़ना कहा जाता है। पुरुषों में स्तन के टिशु बहुत कम मात्रा में होते हैं, जबकि स्त्रियों में किशोरावस्था ये हार्मोन के प्रभाव से अच्छी तरह विकसित होते हैं। कभी कभी पुरुषों में स्तनों के बढ़ने पर चूचक का आकार बदलता है और स्त्रियों जैसे बन जाते हैं। हालांकि ये स्त्रियों जैसे बड़े नहीं होते नहीं होते लेकिन फिर भी आकार में परिवर्तन होने के कारण ये लज्जाजनक स्थिति पैदा करते हैं। इससे हार्मोन असंतुलन की संभावना का पता चलता है और ऐसे में चिकित्सा की आवश्यकता होती है।

 

गाइनिकोमेस्टिया के लक्षण

गाइनिकोमेस्टिया होने पर पुरुषों में निम्न लक्षण दिखाई दे सकते हैं। -

  • छाती फूलना, स्तन ग्रन्थि के टिशुओं में सूजन (जो कि दोनों ओर या फिर यह एक ओर भी हो सकती है)।
  • स्तन टिशू में चमड़ी फैलने से दर्द हो सकता है। जोकि अंतरंग इन्फेक्शन को भी दर्शाता है।

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  • ऐसे में चूचक से द्रव भी आ सकता है।
  • किशोरावस्था में चूचकों का बड़ा दिखाई देना। 
  • कारणों के आधार पर, जननेन्द्रिय में हार्मोन की अतिरिक्त असमान्यता हो सकती है या फिर दूसरे गौण यौन लक्षण जैसे मूंछें या शरीर के बालों में भी बदलाव हो सकता है।

 man boobs

गाइनिकोमेस्टिया के कारण

स्त्री व पुरुषों में टेस्टोस्टिरोन और इस्ट्रोजन हार्मोन की वजह से ही यौनांगों का विकास और रखरखाव होता है। पुरुषों टेस्टास्टिरोन से पुरुषत्व जैसे, पेशिय घनता, शरीर के बालों और स्त्रियों में एस्ट्रोजन के अधीन स्त्रीत्व जैसे, स्तन विकास, आदि होते हैं। पुरुषों में एस्ट्रोजन की अपेक्षा टेस्टास्टिरोन के स्तर में  कमी होने से गाइनिकोमेस्टिया होता है। हार्मोन का सन्तुलन कई कारणों से बिगड़ सकता है। ये कारण प्राकृतिक हार्मोन का परिवर्तन, औषधियां या कुछ शारीरिक अवस्थाएं हो सकते हैं। कुछ रोगियों में कई बार गाइनिकोमेस्टिया के कारण का पता नहीं भी लग पता है। इसके अलावा मोटापा, मद्यपान से लीवर फेल होना, सिरोसिस होने पर, हाइपोगोनाडिस्म अवस्था, ट्यूमर, हाइपरथायराइडिज्म व कुछ प्रकार की दवाओं से भी गाइनिकोमेस्टिया हो लकता है।

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एक्सरसाइज से दूर हो सकता है 'गाइनिकोमेस्टिया'

कुछ एक्सरसाइजों का नियमित अभ्यास करने से पुरुषों में बढ़े हुए स्तनों की समस्या से निपटा जा सकता है। ये एक्सरसाइज हैं सीने को हष्ट-पुष्ट आकार देने वाली पुश अप एक्सरसाइज, शरीर को ताकत देने वाली व सीने व कंधे को बेहतरीन शेप देने वाली चिन अप एक्सरसाइज, सीने की चौड़ाई को बढ़ा वाली डंबल फ्लाइज एक्सरसाइज तथा बेंच प्रेस एक्सरसाइज आदि।

 

पुरुषों के लिये ब्रा

यह ब्रा उन पुरुषों के लिए होती है जिनके स्तन काफी झूले हुए होते हैं। अगर आप एक्सरसाइज करते समय सहज महसूस नहीं कर पाते हों तो पुरुषों के लिए बनी इस ब्रा को पहन सकते हैं। भले ही ये ऊपाय आपकी मर्दानगी के गले न उतरे, लेकिन यह आपके लिए असरदार साबित हो सकता है। शुरुआत में आप इस उपाय को अपना सकते हैं और 2 से 3 महीने बाद अपने आप ही आपको इस ब्रा की ज़रुरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि आपको अपने मेन बूब्स से छुटकारा मिल चुका होगा।

 

पुरुष स्तनों के लिए लिपोसक्शन  

सामान्य ग्रंथियों के ऊतक और वसा की वृद्धि ही गाइनिकोमेस्टिया होती है। लिपोसक्शन की मदद से स्तनों को पुरुषों जैसा सामान्य आकार दिया जा सकता है। ऐसे करने के लिये अतिरिक्त वसा को इस स्थान से निकाल दिया जाता है। लेकिन यह प्रक्रिया निपल और परिवेश के नीचे की कठिन ग्रंथियों के ऊतकों के लिए उतनी प्रभावी नहीं होती है। ज्यादातर मामलों में लिपोसक्शन की मदद से परिवेश घेरे के रंजित (पिमेंटिड) भाग के किनारों पर चीरे लगाकर अतिरिक्त ग्रंथियों के ऊतकों को हटाने का काम किया जाता है। जब पुरुषों में स्तन वृद्धि के कारण त्वचा खींच जाती है तो अतिरिक्त त्वचा को हटाना जरूरी हो जाता है। इसके अलावा पुरुष स्तनों के आकार को कम करने के लिए तुमेसेन्ट (Tumescent) लिपोसक्शन को भी लोकल ऐनिस्थीश़िया की मदद से किया जाता है।



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