सी-सेक्शन यानी सिजेरियन डिलीवरी एक सर्जरी होती है जिसमें डॉक्टर मां के पेट और गर्भाशय को काटकर बच्चे को बाहर निकालते हैं। यह डिलीवरी तब की जाती है जब सामान्य डिलीवरी संभव न हो।
डॉक्टर से जानें
कई बार महिलाओं को बार-बार सी-सेक्शन करवाना पड़ता है, लेकिन यह सवाल उठता है कि सुरक्षित रूप से ऐसा कितनी बार किया जा सकता है? आइए स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से जानते हैं महिलाओं के लिए कितने सी-सेक्शन सुरक्षित माने जाते हैं और इससे जुड़ी जटिलताओं के बारे में।
कब जरूरी होता है C-Section?
यदि प्लेसेंटा नीचे आ जाए, शिशु का दिल ज्यादा तेज धड़कने लगे, या मां की हालत खराब हो, तो डॉक्टर सी-सेक्शन की सलाह देते हैं। इसका मकसद मां और बच्चे दोनों की जान बचाना होता है।
कितने C-Section करवा सकती है महिला?
डॉक्टर्स मानते हैं कि तीन से ज्यादा सी-सेक्शन सेहत के लिए जोखिमभरे हो सकते हैं। हालांकि कुछ महिलाएं चार-पांच बार भी सुरक्षित डिलीवरी करवा चुकी हैं। ये महिला के शरीर पर निर्भर करता है।
हर महिला की बॉडी अलग होती है
कुछ महिलाएं तीन C-Section के बाद भी स्वस्थ रहती हैं, जबकि कुछ के लिए एक बार भी मुश्किल हो सकता है। इसलिए आपकी बॉडी कितने सी-सेक्शन झेल सकती है, यह डॉक्टर की सलाह से तय करें।
बार-बार C-Section से जोखिम बढ़ता है
हर बार सर्जरी कराने से शरीर पर दबाव बढ़ता है। ज्यादा बार C-Section करवाने पर ब्लीडिंग, इन्फेक्शन और रिकवरी में दिक्कतें आ सकती हैं। इससे भविष्य की प्रेग्नेंसी भी जटिल हो सकती है।
Uterine Rupture का खतरा
एक से अधिक सी-सेक्शन कराने से गर्भाशय फटने (Uterine Rupture) का खतरा बढ़ जाता है। यह एक मेडिकल इमरजेंसी है और मां व बच्चे दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
अन्य जटिलताएं
बार-बार C-Section से ब्लैडर या बाउल डैमेज, प्लेसेंटा एक्रीटा और हर्निया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही, पेट की मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द बना रह सकता है।
बार-बार सी-सेक्शन कराने से सेहत पर असर पड़ सकता है। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com