Journal of Clinical Endocrinology & Metabolism के अनुसार, कुछ लड़कियों के चेहरे पर बाल आने का कारण हार्मोन असंतुलन हो सकता है, जिसे मेडिकल भाषा में हिर्सुटिज्म कहा जाता है।
हार्मोन का असंतुलन
जब शरीर में पुरुष हॉर्मोन (टेस्टोस्टेरोन) बढ़ जाता है, तब कुछ लड़कियों के चेहरे पर गहरे और मोटे बाल दिखने लगते हैं, जो सामान्य से अलग होते हैं।
किन लड़कियों को ज्यादा असर होता है?
जिन लड़कियों को PCOS, थायरॉइड या हार्मोन से जुड़ी समस्याएं होती हैं, उनमें चेहरे पर बाल आने की संभावना ज्यादा होती है।
पीसीओएस (PCOS) का संबंध
पीसीओएस में अंडाशय सामान्य रूप से काम नहीं करता। इससे हॉर्मोन बिगड़ जाते हैं और नतीजा चेहरे व शरीर के अन्य हिस्सों पर अनचाहे बाल हो सकते हैं।
आनुवंशिक कारण क्या हैं?
अगर परिवार की महिलाओं में यह समस्या रही है, तो अगली पीढ़ी की लड़कियों में भी चेहरे पर बाल आने की संभावना बढ़ जाती है।
दवाइयों का असर
कुछ दवाइयां जैसे स्टेरॉयड्स, हार्मोनल ट्रीटमेंट या कुछ मानसिक रोगों की दवाएं भी लड़कियों के चेहरे पर बाल उगने का कारण बन सकती हैं।
वजन का भी संबंध
ज्यादा वजन या मोटापा भी हार्मोन को प्रभावित करता है। मोटी लड़कियों में टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ सकता है, जिससे चेहरे पर बाल आने लगते हैं।
त्वचा की स्थिति भी कारण बनती है
कभी-कभी त्वचा से जुड़ी कुछ बीमारियां भी बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देती हैं। इनमें स्किन में जलन या इन्फेक्शन शामिल हो सकता है।
समस्या के अनुसार इलाज जरूरी है। डॉक्टरी सलाह लें, हार्मोन टेस्ट कराएं और सही इलाज से इस परेशानी से राहत पाई जा सकती है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com