पील-ऑफ मास्क का उपयोग त्वचा को साफ करने के लिए बहुत ही लोकप्रिय है, लेकिन इसके कई नुकसान भी हैं, जिनसे आपको सावधान रहना चाहिए। इसका अच्छा और सही इस्तेमाल बेहद जरूरी है।
सेंसिटिव त्वचा पर रेडनेस
जिनकी त्वचा सेंसिटिव होती है, उन्हें पील-ऑफ मास्क का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह त्वचा में जलन और रेडनेस पैदा कर सकता है।
सर्दियों में त्वचा का रूखापन बढ़ता है
पील-ऑफ मास्क में मौजूद केमिकल्स सर्दियों में त्वचा को और ज्यादा रूखा बना सकते हैं, क्योंकि इस समय त्वचा में नमी की कमी हो जाती है।
एजिंग साइन्स बढ़ सकते हैं
पील-ऑफ मास्क के ज्यादा इस्तेमाल से त्वचा की इलास्टिसिटी पर असर पड़ता है, जिससे झुर्रियां और एजिंग साइन्स बढ़ सकते हैं।
क्लेमिकल्स के कारण खुजली
पील-ऑफ मास्क में पॉलिविनाइल अल्कोहल जैसे केमिकल्स की मात्रा होती है, जो त्वचा में खुजली और एक्ने जैसी समस्याओं को बढ़ा सकते हैॆ।
सीबम की कमी हो सकती है
पील-ऑफ मास्क के ज्यादा इस्तेमाल से त्वचा से नैचुरल ऑयल और सीबम की कमी हो जाती है, जिससे त्वचा ज्यादा ड्राई हो सकती है।
रैशेज और दाने की समस्या
पील-ऑफ मास्क में मौजूद केमिकल्स की ज्यादा मात्रा रैशेज और दानों को जन्म दे सकती है, जो त्वचा के लिए हानिकारक होते हैं।
एक्सफोलिएटिंग असर
हालांकि पील-ऑफ मास्क त्वचा को एक्सफोलिएट करने का काम करता है, लेकिन ज्यादा इस्तेमाल करने से त्वचा की नाजुक परतें टूट सकती हैं, जिससे यह और अधिक संवेदनशील हो सकती है।
अगर सही तरीके से और संयमित रूप से पील-ऑफ मास्क का इस्तेमाल किया जाए, तो त्वचा में सुधार भी हो सकता है, लेकिन अधिक उपयोग से हानि हो सकती है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com