खानपान में ज्यादा तला-भुना, फैटी फूड और सोडा जैसी अनहेल्दी चीजों का सेवन करने से लोग कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं, जिनमें से एक प्रमुख समस्या हार्ट अटैक है।
एक्सपर्ट की राय
इस लेख में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अछल्दा के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर गौरव कुमार ने हार्ट अटैक होने के कारण और बचाव के तरीके के बारे में बात की है।
हेल्थ सर्वे के अनुसार
नेशनल फैमली हेल्थ सर्वे के अनुसार, भारत में 22.9 प्रतिशत पुरुषों का वजन नॉर्मल BMI रेंज से ज्यादा है, जो हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ाता है।
पाम ऑयल
आजकल कई रेस्टोरेंट्स और पैकेज्ड फूड में पाम ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है। इस ऑयल में हाई सैचुरेटेड फैट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो दिल के लिए हानिकारक हो सकता है।
बॉडी मास इंडेक्स - BMI
बीएमआई एक जरूरी संकेतक है, जो हमारे शरीर में वसा की मात्रा का अनुमान लगाता है। अगर किसी का बीएमआई सामान्य से ज्यादा होता है, तो यह शरीर में एक्स्ट्रा वसा जमा होने का संकेत है। ऐसे में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।
तनाव में रहना
इसके अलावा, लगातार बढ़ते मानसिक दबाव और तनाव से दिल की सेहत पर बुरा असर पड़ता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट और हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
मोटापा
मोटापे के कारण भारत में कम उम्र के लोगों की मौत हार्ट अटैक से हो रही है। बढ़ता हुआ वजन और मोटापा दिल पर ज्यादा दबाव डालते हैं, जिससे हृदय रोगों का खतरा बढ़ता है।
बाहर के खाने से परहेज करें
हार्ट अटैक से बचने के लिए बाहर के खाने और पैकेज्ड फूड से तौबा करें। इसकी जगह घर का ताजा और पौष्टिक खाना फायदेमंद होता है।
एक्सरसाइज करें
नियमित रूप से हफ्ते में कम से कम 5 दिन रोजाना 30 मिनट के लिए एक्सरसाइज और योग करें। इससे ब्लड फ्लो बेहतर होता है। साथ ही, आर्टरी साफ रहती हैं, जिससे दिल की सेहत बनी रहती है।
हार्ट से जुड़ी समस्याओं से बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें और समय-समय पर चेकअप करवाते रहें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com