बच्चों के कानों की सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है क्योंकि उनका सुनने की क्षमता उनके विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
ऐसे करें चेक
यहां हम बताएंगे कि आप घर पर कुछ आसान तरीकों से यह कैसे चेक कर सकते हैं कि बच्चे के कान ठीक हैं या नहीं।
सुनने की प्रतिक्रिया पर ध्यान दें
अगर बच्चा छोटा है और बोलने में सक्षम नहीं है तो आप उसकी सुनने की क्षमता को उसकी प्रतिक्रिया से जांच सकते हैं। अगर आपके आवाज लगाने से बच्चा अपनी प्रतिक्रिया देता है (चहकता है, हिलता है, सिर घुमाता है), तो यह संकेत है कि उसके कान ठीक हैं।
दर्द और तकलीफ पर ध्यान दें
बच्चे का कान दर्द या जलन महसूस कर रहा है तो वह सामान्य रूप से रो सकता है, हाथ से कान को छू सकता है या कान के पास लगातार खुजली कर सकता है। अगर ऐसा हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
कान में पानी का आना
यदि बच्चे के कान से पानी, मवाद या खून बह रहा है, तो यह कान के संक्रमण का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से मिलना जरूरी है क्योंकि इससे कान की सुनने की क्षमता पर असर पड़ सकता है।
बच्चे के व्यवहार पर ध्यान दें
अगर बच्चा अक्सर चुप रहता है या बातचीत के दौरान कोई प्रतिक्रिया नहीं करता, तो यह भी एक संकेत हो सकता है कि उसे सुनने में परेशानी हो रही है।
बोलने की क्षमता पर ध्यान दें
यदि बच्चा बोलने में देरी कर रहा है, तो यह भी एक संकेत हो सकता है कि उसे सुनने में कोई समस्या है। सुनने में दिक्कत होने से बच्चा सही तरीके से बोल नहीं पाता।
कान की सफाई
कभी-कभी कान में वैक्स जमा होने से भी सुनने में परेशानी हो सकती है। कान की सफाई नियमित रूप से करनी चाहिए, लेकिन ध्यान रहे कि आप बच्चे के कानों में कोई कठोर वस्तु न डालें।
यदि आपको कान से जुड़ी कोई भी समस्या या लक्षण दिखाई दें, तो डॉक्टर से संपर्क करें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com