कंप्यूटर आई स्ट्रेन क्या है? जानें कारण और लक्षण

By Lakshita Negi
04 Feb 2025, 19:30 IST

आजकल की लाइफस्टाइल में ज्यादा टाइम तक कंप्यूटर, मोबाइल और लैपटॉप पर काम करने से आंखों पर स्ट्रेन बढ़ता है। इस स्ट्रेन को कंप्यूटर आई स्ट्रेन कहते हैं। लगातार स्क्रीन पर काम करने से आंखें थक जाती हैं, जिससे आंखों पर जलन और सिर में दर्द की दिक्कत हो सकती है। आइए डॉ. ऋषि भारद्वाज जी से जानें कंप्यूटर आई स्ट्रेन के कारण और लक्षण।

स्क्रीन टाइम ज्यादा होने से आंखों पर असर

लंबे टाइम तक बिना ब्रेक लिए स्क्रीन पर काम करने से आंखें थक जाती है। डिवाइस की ब्लू लाइट से आंखों पर खराब असर होता है, जिससे आंखों में स्ट्रेन हो सकता है।

आंखों के लिए सही ब्राइटनेस और कंट्रास्ट

बहुत ज्यादा तेज या कम ब्राइटनेस वाली स्क्रीन का इस्तेमाल करने से आंखों पर खराब असर होता है। सही कंट्रास्ट और ब्राइटनेस न होने से आंखों पर थकान और स्ट्रेन होता है।

स्क्रीन से आंखों पर असर

कंप्यूटर पर लंबे टाइम कर बैठने से आंखों पर दिक्कत हो सकती है। इसलिए कंप्यूटर पर काम करते टाइम सही दूरी बनाए रखें जिससे आंखों पर स्ट्रेस कम होता है।

पलकें झपकाने से आंखों को आराम

जब स्क्रीन पर ध्यान लगाते हैं, तो पलके झपकाते रहें। इससे आंखों में ड्राईनेस और सूखापन कम होने में मदद मिलती है। काम करते टाइम थोड़ी-थोड़ी देर में पलकों को झपकाते रहें।

ब्लू लाइट का आंखों पर असर

डिजिटल डिवाइस पर काम करने से आंखों को नुकसान होता है। ब्लू लाइट आंखों की सेल्स को कमजोर कर सकती है। जिससे आंखों की रोशनी पर खराब असर होता है।

आई स्ट्रेन के लक्षण

कंप्यूटर आई स्टेन में आंखों पर जलन, धुंधलापन, सिर में दर्द और आंखों पर भारीपन हो सकता है। कई बार ज्यादा देर तक स्क्रीन पर काम करने से गर्दन और कंधों पर दर्द हो सकता है।

आंखों के दर्द का नींद पर असर

ब्लू लाइट मेलाटोनिन हार्मोन को कम करता है, जिससे नींद पर खराब असर होता है। सोने से पहले स्क्रीन का यूज करने से नींद की दिक्कत हो सकती है।

कंप्यूटर आई स्ट्रेन से बचने के लिए लंबे टाइम तक कंप्यूटर पर काम करने से बचें और ब्लू रे प्रोटेक्शन वाले चश्मे का इस्तेमाल करें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com.