तुलसी को आयुर्वेद में “जड़ी-बूटियों की रानी” कहा जाता है। इसकी चाय को कई लोग रोज पीते हैं, लेकिन क्या यह हर दिन पीना सुरक्षित है? आइए जानें सही मात्रा और इसके असर।
तुलसी क्यों खास है?
तुलसी एक औषधीय पौधा है, जिसे आयुर्वेद में पवित्र और स्वास्थ्यवर्धक माना गया है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
तुलसी की चाय के फायदे
तुलसी की चाय पीने से तनाव कम होता है, इम्युनिटी बढ़ती है, सांस संबंधी रोगों में राहत मिलती है और पाचन भी बेहतर होता है। कुछ रिसर्च के अनुसार, यह ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल कर सकती है।
कितनी मात्रा में पीना सही है?
स्वस्थ व्यक्ति के लिए दिन में 1-2 कप तुलसी की चाय पीना आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है। इससे ज्यादा मात्रा लंबे समय तक लेने पर कुछ मामलों में हॉर्मोनल प्रभाव देखा गया है।
बार-बार पीने के नुकसान
PubMed की एक स्टडी के अनुसार, अगर बहुत ज्यादा तुलसी की चाय पी जाए तो यह प्रजनन हॉर्मोन (fertility hormones) को प्रभावित कर सकती है, खासकर पुरुषों में। साथ ही कुछ लोगों को हल्की एलर्जी या पेट की गड़बड़ी भी हो सकती है।
किसे सावधानी बरतनी चाहिए?
गर्भवती महिलाएं, थायरॉइड या हार्मोनल इलाज ले रहे लोग, और छोटे बच्चे तुलसी की चाय नियमित लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
तुलसी की चाय कैसे बनाएं?
ताजा तुलसी की 4-5 पत्तियां लें, 1 कप पानी में 5 मिनट तक उबालें। चाहें तो थोड़ा अदरक या शहद मिला सकते हैं। बिना दूध के पीना बेहतर होता है।
तुलसी को रोज कैसे शामिल करें?
तुलसी की चाय के अलावा आप इसके पत्ते गर्म पानी में डालकर पी सकते हैं। ध्यान रखें, तुलसी के पत्तों को कभी चबाना नहीं चाहिए।
दिन में 1-2 कप तुलसी की चाय से आपको स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। अगर कोई बीमारी है या दवा ले रहे हैं, तो पहले डॉक्टर की राय जरूर लें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com