Gluten न खाने के फायदे और नुकसान

By Deepak Kumar
08 Jul 2025, 17:30 IST

ग्लूटेन एक तरह का प्रोटीन है जो गेहूं, राई, जौ और सूजी जैसे अनाजों में पाया जाता है। यह आटा गूंथने पर उसे लचीला बनाता है और पकने पर उसका टेक्सचर बनाए रखता है। चलिए आरोग्यं हेल्थ सेंटर के क्लिनिकल डायटीशियन डॉ. वी डी त्रिपाठी से जानते हैं ग्लूटेन फ्री डाइट के फायदे और नुकसान के बारे में।

ग्लूटेन क्यों नहीं खाते कुछ लोग?

सीलिएक डिजीज या ग्लूटेन सेंसिटिविटी वाले लोगों को ग्लूटेन खाने से पेट फूलना, दस्त, गैस और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में डॉक्टर ग्लूटेन फ्री डाइट की सलाह देते हैं।

फाइबर की कमी हो सकती है

ग्लूटेन फ्री डाइट लेने से फाइबर की मात्रा कम हो सकती है क्योंकि गेहूं और अन्य अनाज फाइबर से भरपूर होते हैं। इससे कब्ज और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

टाइप 2 डायबिटीज का खतरा

ग्लूटेन फ्री उत्पादों में शुगर और फैट की मात्रा ज्यादा हो सकती है। इससे इंसुलिन उत्पादन प्रभावित होता है और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।

शरीर में कमजोरी महसूस होना

ग्लूटेन अचानक बंद करने पर कुछ लोगों को शुरुआत में मतली, चक्कर आना और कमजोरी महसूस हो सकती है। शरीर को नई डाइट के अनुरूप ढलने में समय लगता है।

कब्ज की समस्या बढ़ सकती है

फाइबर की कमी के कारण लंबे समय तक ग्लूटेन फ्री डाइट पर रहने से कब्ज हो सकती है। ऐसे में फलों, सब्जियों और साबुत अनाजों को डाइट में शामिल करें।

वजन कम करने के लिए ग्लूटेन फ्री?

कुछ लोग वजन घटाने के लिए ग्लूटेन फ्री डाइट अपनाते हैं, लेकिन ऐसा बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं करना चाहिए। इससे शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिलते।

कब है फायदेमंद?

अगर आपको सीलिएक डिजीज या ग्लूटेन सेंसिटिविटी है, तो ग्लूटेन फ्री डाइट फायदेमंद होती है। इससे पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है और पाचन में सुधार होता है।

ग्लूटेन फ्री डाइट को अपनाने से पहले किसी न्यूट्रिशन एक्सपर्ट या डॉक्टर से सलाह जरूर लें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com