जामुन के बीजों को पारंपरिक रूप से मधुमेह कंट्रोल करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या इसके पीछे कोई वैज्ञानिक प्रमाण है? आइए, रिसर्च के आधार पर जानते हैं।
जामुन के बीजों में मौजूद पोषक तत्व
जामुन के बीजों में एंटी-ऑक्सीडेंट, फ्लेवोनोइड्स, एल्कलॉइड्स और ग्लाइकोसाइड्स होते हैं, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में सहायक हो सकते हैं।
क्लिनिकल स्टडी में क्या हुआ?
2019 की
ये बीज कैसे काम करते हैं?
शोध बताते हैं कि जामुन बीज इंसुलिन की क्रिया को बढ़ा सकते हैं और अग्न्याशय की बीटा सेल्स को एक्टिव कर सकते हैं, जिससे शरीर में इंसुलिन का लेवल बढ़ता है।
जामुन बीज पाउडर कैसे लें?
जामुन बीजों को सुखाकर पाउडर बनाएं और रोजाना 1-2 चम्मच गुनगुने पानी के साथ लें। हालांकि, इसे अपनी नियमित दवाओं के विकल्प के रूप में न लें।
जामुन बीजों के साइड इफेक्ट्स
ज्यादा सेवन से लो ब्लड शुगर (हाइपोग्लाइसीमिया), पेट की समस्याएं और एलर्जी हो सकती हैं। इसलिए सीमित मात्रा में और डॉक्टर की सलाह से ही लें।
डॉक्टर की राय क्यों जरूरी है?
हर व्यक्ति की बॉडी अलग तरीके से रिएक्ट करती है। जामुन के बीजों का इस्तेमाल शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें, ताकि सही खुराक तय की जा सके।
शोध के अनुसार, जामुन के बीज ब्लड शुगर कंट्रोल में मददगार हो सकते हैं। लेकिन यह एक सपोर्टिव ट्रीटमेंट है, इसलिए इसे संतुलित आहार और दवाइयों के साथ ही अपनाएं। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com