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क्या तुलसी से एसिडिटी हो सकती है? जानें डॉक्टर से

Does Tulsi Cause Acidity: तुलसी को भारतीय घरों में पवित्र पौधा माना जाता है और इसे स्वास्थ्यवर्धक हर्ब के रूप में भी जाना जाता है, लेकिन कुछ लोगों को तुलसी खाने के बाद कुछ समस्याएं भी होती हैं। यहां जानिए, क्या तुलसी से एसिडिटी हो सकती है?
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क्या तुलसी से एसिडिटी हो सकती है? जानें डॉक्टर से

Does Tulsi Cause Acidity: आजकल लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो गए हैं और आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों को अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में शामिल करने लगे हैं। ऐसे में तुलसी एक बहुत ही फेमस हर्ब बन गई है, इसे सिर्फ धार्मिक और पवित्र पौधा नहीं माना जाता, बल्कि इसे इम्यूनिटी बढ़ाने, सर्दी-खांसी कम करने और तनाव कम करने वाली जड़ी-बूटी भी कहा जाता है। सुबह तुलसी की पत्तियां चबाना या तुलसी वाली चाय पीना कई लोगों की रोजाना की आदत बन गई है लेकिन, जितना तुलसी फायदेमंद है, उतना ही इसके सेवन को लेकर कुछ सवाल भी उठते हैं। कई लोगों ने अनुभव किया है कि तुलसी खाने या चाय पीने के बाद पेट में जलन, एसिडिटी या भारीपन जैसा महसूस होता है। इस लेख में यशोदा अस्पताल, हैदराबाद के सलाहकार एंडोक्रिनोलॉजिस्ट, डॉ. जयादित्य घोष (Dr. Jayaditya Ghosh, Consultant Endocrinologist, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से जानिए, क्या तुलसी से एसिडिटी हो सकती है?


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क्या तुलसी से एसिडिटी हो सकती है? - Does tulsi cause acidity

एंडोक्रिनोलॉजिस्ट, डॉ. जयादित्य घोष बताते हैं कि तुलसी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पेट और हार्ट दोनों के लिए लाभकारी होते हैं। यह हार्ट को हेल्दी रखता है और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है, लेकिन, तुलसी के अत्यधिक सेवन या कुछ विशेष परिस्थितियों में यह पेट में जलन या एसिडिटी बढ़ा सकती है।

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1. खाली पेट लेने पर

खाली पेट तुलसी की पत्तियां चबाना या तुलसी वाली चाय पीना कुछ लोगों में पेट में जलन पैदा कर सकता है।

2. ज्यादा मात्रा में सेवन

रोजाना बहुत ज्यादा तुलसी खाना पेट में एसिड की मात्रा बढ़ा सकता है और गैस्ट्रिक रिफ्लक्स को बढ़ावा दे सकता है।

3. पेट की संवेदनशीलता

जिन लोगों को गैस्ट्रिक अल्सर, गैस्ट्राइटिस या एसिडिटी की पूर्व समस्या है, उनके लिए तुलसी कभी-कभी जलन बढ़ा सकती है।

4. मसाले या चीनी के साथ चाय पीना

तुलसी की चाय में ज्यादा चीनी या मसाले मिलाने से यह एसिडिटी बढ़ा सकती है।

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does tulsi cause acidity

डॉ. जयादित्य घोष बताते हैं कि तुलसी ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में मदद कर सकती है। इसलिए डायबिटीज के मरीज तुलसी का सेवन कर सकते हैं, लेकिन दवा और डॉक्टर की सलाह के साथ संतुलित मात्रा में।

तुलसी लेने का सुरक्षित तरीका

डॉ. जयादित्य घोष बताते हैं कि तुलसी से फायदा लेने के लिए इसे संतुलित मात्रा में और सही समय पर लेना चाहिए। दिन में 2-3 तुलसी की पत्तियां खाना पर्याप्त है। तुलसी वाली चाय में ज्यादा मसाला या चीनी न डालें और खाली पेट लेने से बचें। यदि पेट में पहले से जलन या अल्सर की समस्या है, तो इसके सेवन से परहेज करें या सुबह हल्का नाश्ता करने के बाद तुलसी लें।

निष्कर्ष

तुलसी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसका ज्यादा या गलत समय पर सेवन एसिडिटी और पेट में जलन पैदा कर सकता है। खासकर जो लोग पहले से पेट की समस्याओं से जूझ रहे हैं, उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए। संतुलित मात्रा में तुलसी खाने, पर्याप्त पानी पीने और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह लेने से आप इसके फायदे बिना किसी समस्या के ले सकते हैं।

All Images Credit- Freepik

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  • Dec 05, 2025 12:24 IST

    Modified By : Akanksha Tiwari
  • Dec 05, 2025 12:24 IST

    Published By : Akanksha Tiwari

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