प्रदूषण और तनाव के कारण फेफड़े ज्यादा प्रभावित होते हैं। लेकिन, योगा के माध्यम से इन्हें स्वस्थ और मजबूत रखा जा सकता है।
कपालभाति प्राणायाम
कपालभाति प्राणायाम से फेफड़ों को साफ किया जा सकता है, जिससे उनकी कार्यक्षमता बेहतर होती है। यह प्राणायाम शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
उत्तानासन
उत्तानासन से रेस्पिरेटरी सिस्टम को एक्टिव किया जा सकता है, जिससे सांस लेने की क्षमता में सुधार होता है। यह आसन रीढ़ की हड्डी को भी मजबूत बनाता है।
नाड़ी शोधन प्राणायाम
नाड़ी शोधन प्राणायाम फेफड़ों को साफ करने और सांस लेने की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। यह मानसिक तनाव और चिंता को भी कम करने में मददगार होता है।
भुजंगासन
भुजंगासन का अभ्यास फेफड़ों को खोलता है और छाती को मजबूत करता है, जिससे सांस लेने में आसानी होती है। यह आसन शरीर में लचीलापन भी बढ़ाता है।
अर्ध मत्स्येन्द्रासन
अर्ध मत्स्येन्द्रासन से शरीर को डिटॉक्सिफाई किया जा सकता है, जिससे रेस्पिरेटरी सिस्टम की कार्यक्षमता में सुधार होता है।
स्वास्थ्य में सुधार
फेफड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए योग और प्राणायाम बेहद प्रभावी साबित होते हैं। इनका नियमित अभ्यास शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करता है।
फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ना
नियमित योगासन से ना केवल फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है, बल्कि ब्लड फ्लो भी बेहतर होता है, जो शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
शरीर को डिटॉक्स करना
योगासन के माध्यम से फेफड़ों के साथ-साथ संपूर्ण शरीर को डिटॉक्स किया जा सकता है, जिससे आप ताजगी और ऊर्जा महसूस करते हैं।
योगासन फेफड़ों की मजबूती के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com