रात बढ़ते ही भूख क्यों बढ़ती है? येह केवल आदत नहीं है, शरीर और दिमाग की क्रियाओं से जुड़ी एक दिलचस्प प्रक्रिया है। चलिए इसे समझते हैं।
सर्केडियन क्लॉक का असर
हमारी जैविक घड़ी तय करती है कब सोना है और कब खाना। देर तक जागने से यह घड़ी बिगड़ जाती है और भूख समय से पहले महसूस होती है।
नींद कम, भूख ज्यादा
कम नींद लेने से भूख बढ़ाने वाला घ्रेलिन बढ़ता है और पेट भरने का संकेत देने वाला लेप्टिन घटता है। इससे देर रात भूख ज्यादा लगती है।
टाइमिंग बिगड़ने से भूख बढ़ती है
PubMed की एक रिपोर्ट के अनुसार, रात में खाना देर से होता है, जिससे पाचन चक्र गड़बड़ाता है। इससे शरीर को ज्यादा भूख लगती है, खासकर ऐसे समय जब आराम करना चाहिए।
दिमाग को एनर्जी चाहिए
देर रात थक चुका दिमाग जल्दी एनर्जी चाहता है। इसलिए जंक फूड, मीठा या तला-भुना खाने की अचानक तेज इच्छा होती है।
स्ट्रेस और इमोश्नल ईटिंग
रात को अकेलापन, थकान या तनाव ज्यादा महसूस होता है। ऐसे में कई लोग भावनात्मक भूख से जूझते हैं और अनजाने में ज्यादा खा लेते हैं।
धीमा मेटाबॉलिज्म
रात में शरीर की पाचन शक्ति धीमी हो जाती है। लेकिन अगर आप तब भी खाते हैं, तो खाना फैट में बदल सकता है और वजन बढ़ा सकता है।
रात में खाने की आदत
अगर हर रात आप खाते हैं, तो शरीर उस समय खुद भूख लगने का संकेत देने लगता है। ये धीरे-धीरे एक आदत का रूप ले लेता है।
समय पर सोना, दिन में सही भोजन लेना और स्क्रीन टाइम कम करना मदद करता है। रात को भूख लगे तो वॉक करें या थोड़ा ध्यान लगाएं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com