पेशाब के बाद बूंदें क्यों टपकती हैं?

By Himadri Singh Hada
24 Apr 2025, 14:30 IST

कई बार पेशाब करने के बाद भी कुछ बूंदें धीरे-धीरे टपकती रहती हैं, जिसे मेडिकल भाषा में 'पोस्ट यूरिनेशन ड्रिब्लिंग' कहा जाता है। यह समस्या आमतौर पर प्रोस्टेट ग्रंथि या यूरिनरी मसल्स की कमजोरी के कारण होती है।

पेशाब के बाद बूंदें टपकना

यह समस्या तब होती है जब पेशाब के बाद मूत्रमार्ग में थोड़ी मात्रा में यूरिन बच जाती है और शरीर उसे पूरी तरह से बाहर नहीं निकाल पाता, जिससे थोड़ी देर बाद कुछ बूंदें गिरने लगती हैं।

मांसपेशियां कमजोर होना

ज्यादातर मामलों में यह उम्र बढ़ने पर होती है, जब पेशाब कंट्रोल करने वाली मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं और मूत्राशय पूरी तरह से खाली नहीं हो पाता, जिससे बूंदें बाद में टपकती हैं।

प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ना

कभी-कभी यह समस्या प्रोस्टेट ग्रंथि के बढ़ने से भी होती है, जो पुरुषों में 50 की उम्र के बाद आम हो जाती है। इससे पेशाब रुक-रुक कर आने लगता है।

यूरिनरी ट्रैक्ट पर दबाव

पेशाब के बाद बूंदें टपकने की एक वजह बार-बार पेशाब रोकना भी हो सकता है, जिससे यूरिनरी ट्रैक्ट पर दबाव पड़ता है और मांसपेशियां सही तरह से काम नहीं कर पातीं।

यूरिनरी इन्फेक्शन

कुछ लोगों में ये समस्या यूरिनरी इन्फेक्शन या पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों के कमजोर होने की वजह से होती है, जो अक्सर लंबे समय तक बैठे रहने या गलत लाइफस्टाइल के कारण होता है।

गंभीर बीमारियां

अगर यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है, तो यह किसी गंभीर बीमारी जैसे प्रोस्टेट कैंसर, यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन या न्यूरोलॉजिकल समस्या का संकेत भी हो सकती है।

पेशाब निकलना

इस समस्या से बचने के लिए पेशाब के बाद कुछ सेकंड तक रुकना और हल्के से पेल्विक फ्लोर को दबाकर बची हुई बूंदें बाहर निकालना ठीक हो सकता है।

कीगल एक्सरसाइज

नियमित रूप से कीगल एक्सरसाइज करने से पेल्विक फ्लोर मसल्स मजबूत होती हैं, जिससे पेशाब पर नियंत्रण बेहतर होता है। साथ ही, बूंद-बूंद करके पेशाब गिरने की समस्या में सुधार आता है।

अगर यह समस्या बार-बार हो रही है और आपको असहजता महसूस हो रही है, तो यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करना जरूरी है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com