कुछ लोग तनाव, स्ट्रेस और डिप्रेशन, के बावजूद मुस्कुराते रहते हैं, जिससे उन्हें देखकर लगता है कि वे अपनी जिंदगी में खुश हैं। लेकिन, अंदर से वे मानसिक रूप से तनाव और संघर्ष कर रहे होते हैं।
एक्सपर्ट की राय
इस विषय के बारे में हमने मणिपाल अस्पताल के क्लिनिकल साइकोलॉजी और कंसल्टेंट डॉक्टर सतीश कुमार से बात की है। आइए जानते हैं कि स्माइलिंग डिप्रेशन के कारण, लक्षण और इलाज क्या हो सकते हैं?
स्माइलिंग डिप्रेशन
हंसी के पीछे गम छिपाने की स्थिति को स्माइलिंग डिप्रेशन कहा जाता है, जो एक प्रकार का अवसाद है। इसमें व्यक्ति बाहरी रूप से खुश और संतुष्ट दिखाई देता है, जबकि अंदर से वह गहरी उदासी और मानसिक दबाव का सामना कर रहा होता है।
मानसिक तनाव
स्माइलिंग डिप्रेशन वह स्थिति है, जिसमें व्यक्ति मानसिक तनाव और डिप्रेशन के बावजूद मुस्कुराता रहता है। यह बाहरी दुनिया को खुश दिखने की कोशिश करता है, लेकिन अंदर से वह गहरे दुख और उदासी का अनुभव करता है।
लाइफस्टाइल पर प्रभाव
इस डिप्रेशन में व्यक्ति अपनी भावनाओं को हंसी में छिपाता है, जिससे उनके मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति पहचानना मुश्किल हो सकता है। हालांकि, यह मानसिक स्थिति व्यक्ति के दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकती है।
लक्षण
स्माइलिंग डिप्रेशन के लक्षण में गहरी उदासी, निराशा और खालीपन महसूस करना शामिल है। इसके अलावा, व्यक्ति को नींद की गड़बड़ी और थकान की समस्या भी हो सकती है, जिससे उसकी एनर्जी में कमी आती है।
भूख में बदलाव
व्यक्ति को उन गतिविधियों में रुचि का अभाव हो सकता है, जो पहले उसे आनंद देती थीं। भूख में बदलाव और वजन बढ़ना या कम होना भी स्माइलिंग डिप्रेशन के सामान्य लक्षण हो सकते हैं।
फोकस न करना
फोकस न कर पाना और निर्णय लेने में कठिनाई भी स्माइलिंग डिप्रेशन के लक्षणों में शामिल हैं। यह व्यक्ति के कार्यक्षमता और मानसिक स्थिति को प्रभावित करता है, जिससे उसे अपनी दिनचर्या में परेशानी होती है।
इलाज
इलाज के लिए डॉक्टर दवाइयों, लाइफस्टाइल में बदलाव और खानपान पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है। डिप्रेशन में कोग्नेटिव बिहेवरियरल ट्रीटमेंट (CBT) विशेष रूप से प्रभावी हो सकता है, जिससे व्यक्ति निगेटिव विचारों को पहचान सके।
सपोर्ट ग्रुप का हिस्सा बनकर परिवार और दोस्तों से मदद लेना भी स्माइलिंग डिप्रेशन को मैनेज करने में मदद कर सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com