पीठ दर्द हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। यह समस्या गलत पोश्चर, मांसपेशियों में खिंचाव या हड्डियों की कमजोरी के कारण हो सकती है। आइए डॉक्टर गरिमा आनंदानी से जानते हैं इसके अन्य कारण और समाधान।
वैश्विक स्तर पर गंभीर स्थिति
पूरी दुनिया में यह दूसरी सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्या है। 4 में से 3 लोग किसी न किसी समय पीठ दर्द से प्रभावित होते हैं।
शहरों में बढ़ती परेशानी
भारत की शहरी आबादी में पीठ दर्द की समस्या तेजी से बढ़ रही है। मुख्य वजह है अनियमित दिनचर्या और शारीरिक गतिविधियों की कमी।
जांच से नहीं मिलते हमेशा जवाब
एमआरआई, सीटी स्कैन और एक्स-रे से हर बार कारण स्पष्ट नहीं होते। 85% मामलों में ये टेस्ट पीठ दर्द की वजह नहीं बता पाते।
डीएसए तकनीक - असली समाधान
डिजिटल स्पाइन एनालिसिस (DSA) बिना सर्जरी रीढ़ की पूरी गतिविधियों का विश्लेषण करता है, जिससे दर्द के मूल कारण की पहचान आसान होती है।
पहली बार भारत में उपलब्ध
DSA तकनीक भारत में पहली बार उपयोग में लाई जा रही है। यह मांसपेशियों, तंत्रिकाओं और नरम ऊतकों (tissues) का सटीक अवलोकन करती है।
टीएसटी तकनीक से उपचार
Targeted Spine Therapy (TST) एक मशीन आधारित तकनीक है जो दर्द के लिए जिम्मेदार मांसपेशियों पर सीधा प्रभाव डालती है और राहत देती है।
टीएसटी के मुख्य लाभ
यह तकनीक कारण की पहचान करती है, मांसपेशियों के असंतुलन को रोकती है, सटीक इलाज देती है और जुड़ी समस्याओं का भी निदान करती है।
DSA और TST मिलकर पीठ दर्द के लिए एक आधुनिक, प्रभावी और सटीक उपचार प्रणाली प्रदान करते हैं। अब राहत पाना पहले से आसान हो गया है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com