गोमूत्र को आयुर्वेद में कई बीमारियों के इलाज के लिए फायदेमंद माना गया है। लेकिन, क्या यह बुखार के इलाज में भी प्रभावी है? इस लेख में हम जानेंगे, मेडिकल साइंस इस पर क्या कहती है।
एक्सपर्ट की राय
डॉ. श्रेय शर्मा का कहना है कि गोमूत्र का सेवन बुखार में किया जा सकता है। लेकिन, इसका सेवन बिना विशेषज्ञ से सलाह के नहीं करना चाहिए।
आयुर्वेद के अनुसार
आयुर्वेद में गोमूत्र का उपयोग बुखार और त्वचा संबंधी कई समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता रहा है। लेकिन, इसके सेवन को लेकर सही जानकारी जरूरी है।
गोमूत्र के फायदे
गोमूत्र में एंटीफंगल, जीवाणुरोधी और सूजन-रोधी गुण होते हैं, जिनकी वजह से यह शरीर में बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है और शरीर को स्वस्थ रखता है।
खांसी में फायदेमंद
आयुर्वेद में गोमूत्र को गर्म तासीर वाला माना गया है, जो पित्तवर्धक होता है। यह खांसी व अन्य बीमारियों में फायदेमंद हो सकता है।
बीमारियों से बचाव
गोमूत्र का सेवन वजन कम करने, अपच, पेट दर्द, डायरिया, जॉन्डिस और त्वचा की समस्याओं के इलाज में भी मददगार हो सकता है।
शरीर की कार्यप्रणाली को संतुलित करना
गोमूत्र में यूरिया, मिनरल्स, हार्मोन्स जैसे लाभकारी तत्व होते हैं, जो शरीर की कार्यप्रणाली को संतुलित करने में मदद करते हैं और शरीर को पोषण देते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ना
शोध और अध्ययन बताते हैं कि गोमूत्र का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। लेकिन, इसके फायदे और नुकसान को समझने के लिए और शोध की जरूरत है।
एक्सपर्ट से सलाह लें
गोमूत्र के फायदों को लेकर कई एक्सपर्ट अलग-अलग राय देते हैं। लेकिन, इसका उपयोग करते समय सही दिशा-निर्देशों का पालन करना और एक्सपर्ट से सलाह लेना जरूरी है।
गोमूत्र का उपयोग करते समय सही दिशा-निर्देशों का पालन करना और विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com