शुगर डिटॉक्स का मतलब है चीनी का सेवन पूरी तरह छोड़ना, जो वजन कम करने और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में मदद करता है। लेकिन, इसके दौरान शारीरिक और मानसिक समस्याएं भी हो सकती हैं।
चीनी न खाने से क्या होता है?
चीनी का सेवन अचानक बंद करने से सिरदर्द, थकान और जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं, खासकर उन लोगों में जिन्हें चीनी खाने की आदत है।
गंभीर समस्याएं होना
चीनी पूरी तरह छोड़ने से घबराहट, चक्कर आना और कमजोरी महसूस हो सकती है। चीनी को धीरे-धीरे छोड़ने से इन प्रभावों को कम किया जा सकता है।
शुगर डिटॉक्स
मीठे का सेवन बंद करने से दिमाग में डोपामाइन रिलीज नहीं होता, जिससे तनाव, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
ओवरईटिंग की समस्या
शुगर डिटॉक्स के कारण अनिद्रा और खाने की क्रेविंग हो सकती है, जिससे ओवरईटिंग की संभावना बढ़ जाती है।
शुगर डिटॉक्स से कैसे बचें?
शुगर डिटॉक्स के दुष्प्रभावों से बचने के लिए पानी का ज्यादा सेवन और अंडा, मेवे, ब्रोकली जैसे पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करना चाहिए।
फिजिकल एनर्जी बढ़ना
फिजिकल एनर्जी बढ़ाने और तनाव कम करने के लिए शुगर डिटॉक्स के दौरान नियमित रूप से कसरत करना बहुत फायदेमंद होता है।
फल और सब्जियां का सेवन
अपनी डाइट में फाइबर युक्त ताजे फल और सब्जियां शामिल करने से शुगर डिटॉक्स के नकारात्मक प्रभावों को कंट्रोल किया जा सकता है।
कितनी मात्रा में करें चीनी का सेवन?
पुरुषों को रोजाना 30-35 ग्राम और महिलाओं को 20-25 ग्राम तक चीनी का सेवन सीमित रखना चाहिए, ताकि स्वास्थ्य को नुकसान न हो।
शुगर डिटॉक्स करते समय अच्छी नींद लेना जरूरी है, क्योंकि नींद की कमी से तनाव और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com