हाइड्रोसिफलस एक गंभीर स्थिति है जिसमें दिमाग में सेरेब्रोस्पाइनल फ्लूइड (CSF) अधिक मात्रा में जमा हो जाता है, जिससे दिमाग पर दबाव बढ़ जाता है। आइए न्यूरोलॉजी डॉक्टर प्रियंका शेहरावत से जानते हैं दिमाग में सेरेब्रोस्पाइनल फ्लूइड भरने पर क्या लक्षण दिखाई देते हैं।
बच्चों में कैसे होता है?
यह बीमारी बच्चों में जन्मजात हो सकती है। CSF का बहाव रुक जाता है, जिससे सिर में सूजन और अन्य लक्षण दिखाई देते हैं।
बच्चों में प्रमुख लक्षण
सिर का सामान्य से बड़ा होना, तालू का उभरा होना, चिड़चिड़ापन, उल्टी, नींद न आना और आंखों की समस्या जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं।
बड़ों में हाइड्रोसिफलस
वयस्कों और बुजुर्गों में यह स्थिति धीरे-धीरे विकसित होती है और इसके लक्षण अलग हो सकते हैं, जो सामान्य रूप से नजरअंदाज हो जाते हैं।
वयस्कों में लक्षण
सिरदर्द, उल्टी, थकान, मेमोरी कमजोर होना, डिमेंशिया, पेशाब में कठिनाई और चलने में असमर्थता प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं।
कारण क्या हो सकते हैं?
सिर की चोट, ब्रेन ट्यूमर, रीढ़ की हड्डी में संक्रमण, स्ट्रोक या जन्म के समय की कोई समस्या इस बीमारी का कारण बन सकती है।
जांच कैसे होती है?
सीटी स्कैन, एमआरआई और न्यूरोलॉजिकल टेस्ट के जरिए डॉक्टर हाइड्रोसिफलस की पुष्टि करते हैं और उसके आधार पर इलाज शुरू करते हैं।
इलाज क्या है?
इलाज में सर्जरी द्वारा शंट सिस्टम लगाया जाता है, जिससे एक्स्ट्रा फ्लूइड को निकाला जाता है। समय पर इलाज से रिकवरी संभव है।
अगर ऊपर बताए लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर उपचार से जान बचाई जा सकती है और जीवन की क्वालिटी सुधर सकती है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com