लिवर शरीर का फिल्टर सिस्टम है। यह खून को साफ करता है, पोषक तत्वों को प्रोसेस करता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। इसके खराब होने से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
लिवर खराब होने पर क्या होता है?
लिवर के खराब होने से पीलिया, हेपेटाइटिस, फैटी लिवर, मोटापा, थकान, नींद न आना और ऑर्गन फेलियर जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए लिवर को स्वस्थ रखना बेहद जरूरी है।
एक्सपर्ट के मुताबिक
अगर आप लिवर को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो डंडेलियन टी एक बेहतरीन विकल्प है। यह चाय शरीर से टॉक्सिन्स निकालती है, पाचन को सुधारती है और लिवर की कार्यक्षमता बढ़ाती है। आइए क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन गरिमा गोयल से जानते हैं डंडेलियन टी के बारे में।
डंडेलियन टी क्या है?
डंडेलियन यानी सिंहपर्णी एक औषधीय पौधा है। इसकी जड़ और फूल से बनने वाली चाय लिवर डिटॉक्स में मदद करती है। यह एक नैचुरल और असरदार हर्बल टी मानी जाती है।
डंडेलियन टी के पोषक तत्व
इस चाय में पोटेशियम, पॉलीसेकेराइड्स और एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं। ये लिवर को डिटॉक्स करते हैं, खून का संचार सुधारते हैं और लिवर की सूजन को कम करने में सहायक होते हैं।
लिवर के लिए कैसे फायदेमंद?
डंडेलियन टी पित्त के उत्पादन को नियंत्रित करती है, जिससे डाइजेशन बेहतर होता है। यह टॉक्सिन्स को बाहर निकालती है और लिवर पर पड़ने वाले तनाव को कम करती है।
डंडेलियन टी बनाने का तरीका
5-8 ग्राम डंडेलियन रूट या फ्लावर पाउडर को 150ml पानी में उबालें। छानने के बाद 1-2 चम्मच शहद मिलाएं। दिन में 2-3 बार इसका सेवन करें।
और भी कई फायदे मिलते हैं
डंडेलियन टी न केवल लिवर को डिटॉक्स करती है, बल्कि पाचन सुधारती है, स्किन को क्लियर करती है और वजन घटाने में भी मदद करती है। यह इम्युनिटी को भी बूस्ट करती है।
डंडेलियन टी लिवर के लिए बेहद फायदेमंद है। लेकिन अगर आप गर्भवती हैं, दवाएं ले रहे हैं या एलर्जी है, तो इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से करें। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com