अनहेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल के कारण ब्रेन में ब्लड फ्लो रुक सकता है, जिससे सिर की नस फटने का खतरा बढ़ जाता है।
मस्तिष्क की नसों में ब्लॉकेज
जब मस्तिष्क की नसों में ब्लॉकेज होता है, तो ऑक्सीजन सप्लाई धीमी हो जाती है, जो खतरनाक हो सकता है। इससे मिनी स्ट्रोक की संभावना बढ़ सकती है।
मिनी स्ट्रोक
मिनी स्ट्रोक ब्रेन स्ट्रोक से पहले की चेतावनी होती है। अगर समय पर इलाज न मिले, तो यह स्थिति दिमाग की नस फटने जैसी गंभीर समस्या का रूप ले सकती है।
ब्लड सप्लाई रुकना
जब दिमाग को जाने वाली ब्लड सप्लाई कुछ देर के लिए रुक जाती है, जिससे व्यक्ति को चक्कर, कमजोरी या बोलने में परेशानी जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
ट्रांसिएंट इस्कीमिक अटैक
मिनी स्ट्रोक को मेडिकल भाषा में ट्रांसिएंट इस्कीमिक अटैक (TIA) कहा जाता है। यह स्थिति कुछ मिनटों से लेकर कुछ घंटों तक रह सकती है। लेकिन, इसके लक्षण गंभीर होते हैं।
गंभीर समस्याएं
हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा, स्मोकिंग और हार्ट डिजीज जैसी समस्याएं मिनी स्ट्रोक का मुख्य कारण बन सकती हैं। इसलिए, इनका इलाज समय पर कराना बेहद जरूरी होता है।
सिर की नस फटने के लक्षण
अचानक बोलने में परेशानी, एक आंख से धुंधला दिखना, चेहरे या हाथ-पैर में सुन्नपन, चक्कर आना या संतुलन खो देना इसके आम लक्षणों में शामिल हैं।
सिर में हल्का दर्द होना
कई बार सिर में हल्का दर्द भी महसूस हो सकता है, जो मिनी स्ट्रोक की शुरुआत का संकेत हो सकता है, जिसे लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं।
अगर आपको सिर से जुड़ी कोई समस्या है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com