गर्म हवाओं और तेज तापमान ने हालात बिगाड़ दिए हैं। बाहर निकलते ही लू के थपेड़े महसूस होते हैं। ऐसे मौसम में सावधानी बेहद जरूरी है। आइए फिजिशियन डॉ. रमन कुमार से जानते हैं किन लोगों को लू लगने का खतरा ज्यादा होता है?
ऑफिस जाना मजबूरी
जरूरी काम और ऑफिस के लिए बाहर निकलना पड़ता है। लेकिन इस चिलचिलाती गर्मी में बिना सुरक्षा बाहर निकलना जोखिम भरा हो सकता है।
लू लगने के लक्षण
लू लगने पर उल्टी, दस्त, बेचैनी, घबराहट और सिरदर्द जैसे लक्षण दिख सकते हैं। इसे नजरअंदाज करना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है।
छोटे बच्चों का रखें ख्याल
बच्चे गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाते। उन्हें लू लगने का ज्यादा खतरा होता है। हमेशा उन्हें हाइड्रेट रखें और तेज धूप से बचाकर रखें।
बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं
बुजुर्गों का शरीर कमजोर होता है और वे गर्मी सहन नहीं कर पाते। लू लगने पर उन्हें चक्कर, घबराहट और सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
फील्ड वर्कर्स की मुश्किलें
जो लोग फील्ड जॉब करते हैं, वे दिनभर धूप में रहते हैं। उन्हें डिहाइड्रेशन, उल्टी और थकावट जैसी परेशानियां घेर सकती हैं।
बीमार लोगों के लिए खतरा
जिनकी इम्युनिटी पहले से कमजोर है, जैसे दिल या फेफड़ों के मरीज, उन्हें लू लगने का खतरा ज्यादा रहता है। उन्हें खास सतर्कता बरतनी चाहिए।
बचाव के आसान उपाय
नींबू पानी, सत्तू, नारियल पानी और सामान्य पानी का सेवन करें। शरीर को हाइड्रेटेड रखें और हल्के, ढीले कपड़े पहनें।
गर्मी के मौसम में लापरवाही भारी पड़ सकती है। खुद भी सतर्क रहें और बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। जरूरत पड़े तो डॉक्टर से सलाह लें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com