उत्तर भारत में गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों को लू लगने का सिलसिला शुरू हो सकता है। समय रहते ध्यान न देने पर जान का खतरा भी हो सकता है। आइए एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से जानते हैं किन गलतियों की वजह से लू लगने का खतरा बढ़ जाता है।
पानी की कमी से खतरा
गर्मी में शरीर जल्दी डिहाइड्रेट होता है। पसीना ज्यादा निकलने से कमजोरी और थकावट महसूस होती है। हाइड्रेशन न होने से हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
लगातार धूप में न रहें
बिना ब्रेक लिए धूप में लंबे समय तक काम करना खतरनाक हो सकता है। हर घंटे कुछ मिनट छांव में रुकें, शरीर को ठंडा होने दें।
सही कपड़ों का चुनाव करें
गर्मी में हल्के और सूती कपड़े पहनें। टाइट, सिंथेटिक कपड़े पसीना रोकते हैं। ढीले और सांस लेने वाले कपड़े पहनने से शरीर का तापमान कंट्रोल रहता है।
सूरज से सुरक्षा जरूरी है
बाहर निकलते समय सनग्लासेज, हैट, स्कार्फ, ग्लव्स पहनें। सीधी धूप से त्वचा और आंखों को बचाना जरूरी है। इन छोटी बातों से बड़ा खतरा टाला जा सकता है।
अल्कोहल और कैफीन से दूर रहें
गर्मी में अल्कोहल और कैफीन से शरीर डिहाइड्रेट होता है। इनकी जगह नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ या आम पना पीकर शरीर को ठंडा रखें।
ठंडा पानी तुरंत न पिएं
बहुत ठंडा पानी पीने से गला खराब हो सकता है और शरीर में झटका लग सकता है। सामान्य तापमान का पानी पीना ज्यादा सुरक्षित और फायदेमंद होता है।
ह्यूमिड मौसम में सतर्क रहें
जब हवा में नमी ज्यादा हो, तो पसीना नहीं सूखता। इससे शरीर ठंडा नहीं हो पाता। ऐसे में बाहर निकलने से पहले ठंडी जगह पर रुकें।
हीट स्ट्रोक से बचाव आसान है, अगर हम कुछ बातों का ध्यान रखें। यह जानकारी अपनों से जरूर शेयर करें ताकि सब लोग गर्मी में सुरक्षित रहें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com