फोलिक एसिड, जिसे फोलेट कहते हैं, विटामिन B9 का स्रोत है। यह शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण और गर्भधारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आइए डायटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं अगर शरीर में फोलिक एसिड ज्यादा हो जाए तो क्या होता है?
हाई फोलिक एसिड क्या है?
जब शरीर में फोलिक एसिड की मात्रा जरूरत से ज्यादा हो जाती है, तो यह हाई फोलिक एसिड कहलाता है। इससे शरीर में कई समस्याएं शुरू हो सकती हैं।
पाचन से जुड़ी समस्याएं
हाई फोलिक एसिड से मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है। इससे मतली, गैस, पेट में ऐंठन, सूजन और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
नींद की दिक्कत और बेचैनी
फोलिक एसिड दिमाग के केमिकल्स को प्रभावित करता है। इससे अनिद्रा, रात को नींद खुलना और मानसिक बेचैनी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
त्वचा पर असर
फोलिक एसिड बढ़ने से स्किन पर चकत्ते, खुजली और मुंहासे हो सकते हैं। कुछ मामलों में चेहरे या शरीर में सूजन भी देखने को मिल सकती है।
मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन
फोलिक एसिड के असंतुलन से न्यूरोट्रांसमीटर प्रभावित होते हैं। इससे व्यक्ति को मूड स्विंग, तनाव और चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है।
मांसपेशियों में दर्द
फोलिक एसिड ज्यादा होने से कैल्शियम का अवशोषण रुकता है। इसके कारण मांसपेशियों में ऐंठन और जोड़ों में दर्द हो सकता है।
कैसे करें बचाव?
संतुलित डाइट लें, पर्याप्त पानी पिएं और बिना डॉक्टर की सलाह के सप्लीमेंट न लें। नियमित जांच से साइड इफेक्ट से बच सकते हैं।
अगर लगातार पाचन, त्वचा, मूड या नींद से जुड़ी समस्या हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। सही समय पर उपचार बहुत जरूरी है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com