जब शरीर के अंग सुन्न हों, तो किस बीमारी का संकेत है?

By Aditya Bharat
22 Apr 2025, 16:30 IST

हाथ-पैर सुन्न होना कभी-कभी आम हो सकता है। लेकिन अगर यह बार-बार हो रहा है, तो यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है। आइए डॉ. प्रियंका सेहरावत से जानें ऐसा होना किस बीमारी का संकेत हो सकता है।

डायबिटीज से नसों को खतरा

ब्लड में शुगर बढ़ने से नसें डैमेज होने लगती हैं। इससे झुनझुनी, सुन्नपन और दर्द हो सकता है। इसे पेरीफेरल न्यूरोपैथी कहा जाता है। डायबिटीज इसका प्रमुख कारण है।

जब नस दब जाती है

कभी शरीर के किसी हिस्से की नस दब जाने पर ब्लड फ्लो रुकता है। इससे उस हिस्से में सुन्नपन, झनझनाहट और चींटियों जैसा एहसास होने लगता है।

स्लिप डिस्क का असर

रीढ़ की हड्डी में डिस्क खिसक जाने पर पैरों की नसें दब सकती हैं। इससे सुन्नपन, कमजोरी और चलने में दिक्कत होने लगती है। यह दर्दनाक हो सकता है।

ऑटोइम्यून डिजीज के लक्षण

ल्यूपस, गठिया जैसे रोगों में इम्यून सिस्टम नसों पर हमला करता है। इसका असर हाथ-पैरों की नसों पर होता है, जिससे सुन्नपन या झुनझुनी की समस्या बढ़ती है।

विटामिन और मिनरल की कमी

विटामिन B12, B6 और B1 की कमी से नसें कमजोर होती हैं। इससे सुन्नपन, थकान और झुनझुनी होती है। सही पोषण नसों की सेहत के लिए जरूरी है।

गंभीर बीमारियों का असर

कैंसर के मरीजों में कीमोथेरेपी, HIV, टीबी और हाई ब्लड प्रेशर के कारण भी हाथ-पैर सुन्न होने लगते हैं। यह लक्षण बीमारी की गंभीरता को दर्शा सकता है।

किडनी और इंफेक्शन भी कारण

किडनी ठीक से काम ना करे, तो शरीर में विषैले तत्व जमा हो जाते हैं। इससे नसों को नुकसान होता है। वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन भी असर डालते हैं।

अगर सुन्नपन बार-बार हो रहा है या लंबे समय तक ठीक नहीं हो रहा, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं। सही कारण जानकर समय रहते इलाज जरूरी है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com