सूर्यभेदी प्राणायाम एक शक्तिशाली योग क्रिया है, जो शरीर में सूर्य जैसी ऊर्जा भरता है। यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाकर स्फूर्ति और मानसिक शांति प्रदान करता है।
एक्सपर्ट की राय
नोसेंस योगा की योग एक्सपर्ट भोली परिहार ने बताया कि सर्यभेदी प्राणायाम करने से इम्युनिटी तो बूस्ट होती ही है साथ ही तनाव, डिप्रेशन जैसी परेशानियां भी दूर होती हैं।
सर्दी-जुकाम से राहत
सूर्यभेदी प्राणायाम नाक के दाएं छिद्र से श्वास लेकर शरीर में गर्मी और ऊर्जा बढ़ाता है, जिससे कफ संतुलित होता है और सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से राहत मिलती है।
वायरल बीमारियों से बचाव
यह प्राणायाम शरीर की इम्युनिटी बढ़ाकर बीमारियों से लड़ने की ताकत बढ़ाता है, जिससे संक्रमण और वायरल बीमारियों से बचाव करने में सहायता मिलती है।
नकारात्मक विचारों से छुटकारा
नियमित सूर्यभेदी प्राणायाम करने से डिप्रेशन और मानसिक तनाव कम होता है, जिससे मन शांत रहता है और नकारात्मक विचारों से छुटकारा मिलता है।
ब्लड सर्कुलेशन में सुधार
यह प्राणायाम शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ाकर ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है, जिससे पूरे शरीर में स्फूर्ति और ताजगी बनी रहती है।
थकान होगी दूर
प्राणवायु की वृद्धि से शरीर में ऊर्जा का संचार तेज होता है, जिससे आलस और थकान दूर होती है और दिनभर चुस्ती-फुर्ती बनी रहती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना
सूर्यभेदी प्राणायाम से हार्मोनल संतुलन बना रहता है, जिससे शरीर की आंतरिक क्रियाएं बेहतर होती हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।
सकारात्मक ऊर्जा
जो लोग तनाव, चिंता या डिप्रेशन में रहते हैं, उनके लिए यह प्राणायाम बेहद लाभकारी है। यह मस्तिष्क को शांत कर सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है।
सूर्यभेदी प्राणायाम कब करें?
इस प्राणायाम से शरीर में गर्मी बढ़ती है, जो सर्दी के मौसम में लाभकारी है। लेकिन, गर्मियों में इसे ज्यादा करने से बचना चाहिए।
हाई बीपी या दिल की समस्या से जूझ रहे लोग यह प्राणायाम किसी योग विशेषज्ञ की देखरेख में करें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com