60 की उम्र में कौन से हेल्थ चेकअप जरूरी हैं?

By Aditya Bharat
10 Jun 2025, 20:00 IST

60 की उम्र के बाद शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है। कई बीमारियां बिना लक्षणों के शुरू हो जाती हैं। रेगुलर चेकअप से इनका समय पर पता लगाया जा सकता है और इलाज आसान होता है। आइए PubMed की एक रिपोर्ट से जानें कौन से टेस्ट कराने चाहिए।

ब्लड प्रेशर की जांच

उम्र बढ़ने पर हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है। यह दिल, किडनी और आंखों पर असर डाल सकता है। हर 6 महीने में ब्लड प्रेशर चेक कराना जरूरी होता है।

शुगर की जांच

डायबिटीज उम्र के साथ सामान्य हो जाती है लेकिन यह आंखों, किडनी और नसों को नुकसान पहुंचा सकती है। फास्टिंग शुगर और HbA1c टेस्ट साल में कम से कम एक बार कराना चाहिए।

कोलेस्ट्रॉल और हार्ट जांच

60 की उम्र के बाद दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है। लिपिड प्रोफाइल और ईसीजी टेस्ट से यह पता लगाया जा सकता है कि दिल कितनी अच्छी तरह काम कर रहा है।

किडनी और लिवर फंक्शन टेस्ट

कई बार बिना किसी लक्षण के किडनी या लिवर पर असर पड़ता है। क्रिएटिनिन, यूरिया, SGPT, SGOT जैसे टेस्ट से इन अंगों की स्थिति का पता चलता है।

कैंसर स्क्रीनिंग

महिलाओं को मैमोग्राफी और पैप स्मीयर और पुरुषों को प्रोस्टेट कैंसर के लिए PSA टेस्ट कराना चाहिए। यह चेकअप जान बचा सकते हैं अगर कैंसर की पहचान समय पर हो जाए।

हड्डियों की मजबूती की जांच

बढ़ती उम्र में हड्डिया कमजोर हो जाती हैं। बोन डेंसिटी टेस्ट (DEXA scan) यह बताता है कि ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कितना है।

आंखों और कानों की जांच

60 के बाद आंखों की रोशनी कम होना, मोतियाबिंद या ग्लूकोमा का खतरा बढ़ता है। हर साल आई टेस्ट और सुनने की जांच कराना बहुत जरूरी है।

भूलने की समस्या, अकेलापन या डिप्रेशन आम हो सकते हैं। मानसिक स्वास्थ्य के लिए डॉक्टर से बात करना और नियमित मेमोरी टेस्ट कराना फायदेमंद है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com