आजकल कमर और साइटिका का दर्द बहुत आम हो गया है। लेकिन, अगर समय रहते इलाज न हो तो यह रोजमर्रा की जिंदगी को मुश्किल बना सकता है।
एक्सपर्ट की राय
इस विषय पर हमने मुंबई के पीडी हिंडूजा हॉस्पिटल और एमआरसी की फीजियोथेरेपी डिपार्टमेंट की हेड डॉ. शिवांगी बोरकर और मुंबई के डॉ. रिबेका पिंटो फीजियोथेरेपी क्लीनिक की डॉ. रिबेका से बात की।
फिजियोथेरेपी
कई लोग दर्द के लिए दवाइयों पर निर्भर रहते हैं। लेकिन, बिना साइड इफेक्ट राहत चाहिए तो फिजियोथेरेपी एक बेहतर और सुरक्षित उपाय है।
साइटिका और बैक पेन से राहत
फिजियोथेरेपी साइटिका और बैक पेन में नर्व और मसल्स को स्ट्रॉन्ग बनाकर दर्द को जड़ से ठीक करने में मदद करती है।
रीढ़ की हड्डी मजबूत होना
मुंबई की एक्सपर्ट फिजियोथेरेपिस्ट्स बताती हैं कि यह थेरेपी मसल्स को स्टेबलाइज करके रीढ़ की हड्डी को मजबूती देती है।
आईएफटी थेरेपी
ज्यादा दर्द होने पर इंटरफेरेंशियल करंट थेरपी यानी IFT दी जाती है, जिससे मरीज को कुछ ही दिनों में आराम मिल सकता है।
फिजियोथेरेपी एक्सरसाइज
अगर आप रोजाना 10-15 मिनट फिजियोथेरेपी एक्सरसाइज करते हैं तो दोबारा दर्द की आशंका बहुत कम हो जाती है।
बैक पेन का कारण
गलत पोश्चर में बैठना लोअर बैक पेन का सबसे बड़ा कारण है। इसलिए, हमेशा सीधे और सही मुद्रा में बैठना जरूरी है।
शरीर को हीलिंग का समय दें
अगर बहुत ज्यादा दर्द हो तो फिजियोथेरेपी न करके आराम करना चाहिए, जिससे शरीर को हीलिंग का समय मिल सके।
अगर आपका दर्द बहुत गंभीर है, जैसे स्लिप डिस्क का मेजर केस है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com