ब्लड प्रेशर का मतलब है नसों पर पड़ने वाला खून का दबाव। जब यह ज्यादा हो जाए तो हृदय को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। आइए न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर से जानते हैं इसे कैसे कम समय में कंट्रोल करें।
एक्यूप्रेशर क्या है?
यह एक प्राचीन चीनी चिकित्सा पद्धति है। शरीर में मौजूद एनर्जी पॉइंट्स को हल्के दबाव से एक्टिव कर बीमारियों को प्राकृतिक रूप से ठीक किया जा सकता है।
'ची' क्या है?
‘ची’ यानि जीवन ऊर्जा। जब यह ऊर्जा शरीर में बाधित होती है, तब बीमारियां होती हैं। एक्यूप्रेशर से 'ची' का बहाव फिर से सुचारु हो जाता है।
प्वाइंट 1 और 2 की पहचान
कान के नीचे से लेकर गर्दन की हड्डी तक एक रेखा बनाएं। इसी रेखा पर प्वाइंट 1 और 2 स्थित होते हैं जो बीपी नियंत्रण में सहायक हैं।
प्वाइंट्स को ऐसे करें एक्टिवेट
इस रेखा को उंगलियों से 3 मिनट तक हल्के से सहलाएं। इससे ये एनर्जी पॉइंट्स सक्रिय होंगे और धीरे-धीरे ब्लड प्रेशर कम होने लगेगा।
प्वाइंट 3 की लोकेशन
चेहरे पर तीसरा प्वाइंट इयरलोब और नाक की सीध में स्थित होता है। यह प्वाइंट भी बीपी कंट्रोल करने में मदद करता है।
प्वाइंट 3 पर प्रेशर डालें
नाक और कान की सीध में बनी रेखा के दोनों सिरे दबाएं। फिर बीच के प्वाइंट 3 को 1 मिनट तक हल्के से दबाएं, तेज दबाव नहीं डालें।
रोजाना करें अभ्यास
इन प्वाइंट्स को रोजाना दबाने से हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। यह उपाय केवल 5 मिनट का है, लेकिन असरकारक है।
दवाइयों के साथ-साथ एक्यूप्रेशर एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है। सही प्वाइंट्स पर नियमित प्रेशर देने से हृदय से जुड़ी समस्याओं से राहत मिल सकती है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com