डायबिटीज के मरीज खाली पेट चाय पी सकते हैं। लेकिन, इसे आदत नहीं बनाना चाहिए। इससे ब्लड शुगर लेवल अचानक बढ़ सकता है।
एक्सपर्ट की राय
इस विषय पर हमने डाइट एन क्योर की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से बात की है।
हर्बल या ग्रीन टी
डायबिटीज के मरीजों के लिए हर्बल या ग्रीन टी फायदेमंद होती है। यह ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद करती है, जबकि दूध वाली मीठी चाय ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकती है।
कैफीन के सेवन से बचें
चाय में मौजूद कैफीन इंसुलिन सेंसिटिविटी को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, डायबिटीज के मरीजों को बहुत ज्यादा कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए, ताकि उनके ब्लड शुगर लेवल पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
बैलेंस्ड डाइट के साथ चाय पिएं
डायबिटीज के मरीजों को बैलेंस्ड डाइट के साथ ही चाय पीनी चाहिए। खाली पेट या बार-बार चाय पीने से बचना चाहिए, ताकि ब्लड शुगर लेवल स्थिर बना रहे और शरीर को किसी तरह की परेशानी न हो।
ब्लड शुगर बढ़ना
अगर डायबिटीज के मरीज अपनी चाय में ज्यादा चीनी डालते हैं, तो उन्हें इस आदत को बदलना चाहिए। यह ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकता है।
ध्यान रखें
हर व्यक्ति की बॉडी अलग होती है। इसलिए, डायबिटीज के मरीजों को यह समझना चाहिए कि उनकी बॉडी चाय पर कैसा रिएक्ट करती है। उसके अनुसार ही अपनी डाइट और चाय पीने की आदत को एडजस्ट करें।
डॉक्टर से सलाह लें
अगर डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर कंट्रोल के लिए दवाइयां ले रहे हैं, तो चाय पीने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। दवाइयों और कैफीन का असर हर व्यक्ति के शरीर पर अलग-अलग हो सकता है।
नेचुरल स्वीटनर का उपयोग
डायबिटीज के मरीजों के लिए ज्यादा मीठी चाय पीना खतरनाक हो सकता है। इसलिए, वे स्टेविया या अन्य नेचुरल स्वीटनर का उपयोग कर सकते हैं, जिससे उनका ब्लड शुगर लेवल स्थिर रहेगा।
ग्रीन टी या ब्लैक टी का सेवन सीमित मात्रा में करना डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com