आज के हेल्थ टॉक में हम आपके साथ पल्मोनरी डिजीज के बारे में बात करेंगे मैक्स हॉस्पिटल के पल्मोनरोलॉजी एंड स्लीप मेडिसिन, डॉक्टर प्रमोद सक्सेना से, जो हमें विस्तार से फेफड़ों संबंधी रोगों के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में बता रहे हैं।
फेफड़ों से संबंधित सामान्य बीमारियां क्या हैं?
फेफड़ों से संबंधित सामान्य बीमारियां ट्यूबरक्लोसिस, क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, न्यूमोनिया, और फ्लू आजकल के सीजन में बहुत सामान्य है।
किन कारणों से सांस की बीमारियां बहुत बढ़ रही हैं?
सांस की बीमारियां आजकल इसलिए बढ़ रही हैं क्योंकि वातावरण में प्रदूषण बहुत है। इसके अलावा स्मोकिंग की आदत, खराब खानपान, खराब जीवनशैली सांस की बीमारियों का प्रमुख कारण है। जिन इलाकों भीड़भाड़ ज्यादा है वहां भी पल्मोनरी डिजीज का खतरा ज्यादा रहता है। जिन जगहों पर धूल ज्यादा उड़ती हैं वहां रहने वालों को इस रोग का जोखिम ज्यादा होता है।
प्रदूषण में सांस की बीमारियों से कैसे खुद को सुरक्षित रखा जा सकता है?
प्रदूषण एक जानलेवा रोग की तरह हो गया है। इससे बचने के लिए सबसे जरूरी है कि हम अपने घर के अंदर का वातावरण साफ रखें। घर के बाहर भी साफ—सफाई जरूरी है, धूल या मिट्टी न हो। घर के आसपास कूड़ा न जलाएं। प्रदूषण की वजह से किसी को एलर्जी है तो मास्क जरूर पहनें। ऐसी जगहों पर जानें से बचें जहां प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा है। अगर आपको सांस संबंधी बीमारी है तो अपनी दवाएं हमेशा साथ रखें।
पल्मोनरी डिजीज के शुरूआती लक्षण?
पलमोनरी डिजीज के शुरूआती लक्षणों में खांसी, सांस फूलने की दिक्कत, वेट लॉस और फीवर की समस्या हो सकती है।
पल्मोनरी डिजीज के जोखिम क्या हैं?
यह जानलेवा हो सकता है, क्योंकि फेफड़े हमारे शरीर का सबसे जरूरी अंग है। फेफड़ों से ही होकर पूरी बॉडी में आक्सीजन जाती है और शरीर के सभी अंगों के लिए ऑक्सीजन बहुत जरूरी है, ऐसे में अगर हम सही से ऑक्सीजन नहीं ले रहे हैं तो इसका असर हमारी पूरी बॉडी पर पड़ता है। फेफड़ों की बीमारी का इलाज न करना यानी हमें कोई गंभीर रोग हो सकता है।
फेफड़ों को हेल्दी रखने वाले खाद्य पदार्थ
फेफड़ों के स्वास्थ्य की बात करें तो एक बैलेंस्ड डाइट बहुत जरूरी होती है, जिसमें कुछ लोग मानते हैं कि एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन्सयुक्त फूड लें। आमतौर पर विटामिन सी युक्त फूड लें जो फेफड़ों के लिए हेल्दी होते हैं।
फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए वैकल्पिक चिकित्सा
योगा पूरी बॉडी के लिए फायदेमंद होता है। योगा से हमारी मसल्स मजबूत होती है खासकर सांस लेने वाली मसल्स पहले मजबूत होती है। इससे हमें आराम मिलता है। मगर इसका मतलब ये नहीं है कि योग से फेफड़ों के रोग बिल्कुल ठीक हो जाएंगे।