Why you should do allergy test in asthma in hindi
हमें दमा हो इससे पहले ही हमें कोशिश करना चाहिए कि उन कारणों का पता चल जाए। क्यों कि अस्थमा का मतलब है कि इंफेक्शन होना, सूजन होना। अस्थमा में पहले खांसी की समस्या और फिर फेफड़े में इंफेक्शन होने लगता है। अस्थमा होने वर स्वसन नलिका में सूजन होने लगता है। यह स्थिति बहुत ही संवेदनशील हो जाती है। जब नलिकाएं प्रतिक्रिया करती हैं तो उनमें संकुचन होता है इससे फेफड़े में हवा की मात्रा कम जाती है। अगर ऐसी स्थिति बन रही है या लक्षण दिखाई दे रहें तो दमा होने से पहले ही हमें टेस्ट करवाना जरूरी होता है। यदि अस्थमा की बीमारी हो गई है तो इसे बिगड़ने से बचाना चाहिए। इसके अलए आप एलर्जी टेस्ट करावाएं। इससे आप संबंधित एलर्जी के अगेंस्ट दवाईयां ले सकते हैं। यह बार बार के अस्थमा अटैक से कहीं बेहतर होगा। अस्थमा में एलर्जी टेस्ट क्यों जरूरी है इसके बारे में इस विडियो में पार्क ग्रुप अस्पताल के डॉक्टर सालिक रजा विस्तार से बता रहें है। इससे पहले यहां हम आपको ये भी बता रहें हैं कि अस्थमा होने के क्या क्या कारण हो सकते हैं। घर के धूल भरा वातावरण, घर के पालतू जानवर, बाहर का वायु प्रदूषण, सुगंधित सौन्दर्य, प्रसाधन, सर्दी, फ्लू, ब्रोंकाइटिस और साइनसाइटिस का संक्रमण, धूम्रपान, अधिक मात्रा में शराब पीना, व्यक्ति विशेष का कुछ विशेष खाद्द-पदार्थों से एलर्जी, महिलाओं में हार्मोनल बदलाव और कुछ विशेष प्रकार के दवाएं हैं जो अस्थमा का कारण बनते हैं। इससे बचने के लिए इन कारणों से दूरी बनाना जरूरी है।