Importance Of CT Scan For Covid Patients | कोरोना मरीजों के लिए कितना जरूरी है सीटी स्कैन?
बॉडी में कोविड है या नहीं ये जानने के लिए लोग इन दिनों सीटी-स्कैन करवाने के लिए भाग रहे हैं लेकिन कोविड की पहचान के लिए सीटी-स्कैन को करवाना जरूरी नहीं है। ये केवल कुछ मरीजों के लिए किया जाता है जैसे जिन्हें गंभीर निमोनिया होता है। ऐसे मरीजों में बीमारी कितनी गंभीर है ये देखने के लिए डॉक्टर उन मरीजों का सीटी-स्कैन करते हैं। ऐसे मरीजों में डॉक्टर को ट्रीटमेंट, स्टेरॉइड्स देने से पहले ये देखना होता है कि बीमारी कितनी गंभीर है। माइल्ड केस में सीटी स्कैन की बिल्कुल जरूरी नहीं होता, लगभग 80 प्रतिशत केस ऐसे ही होते हैं जिसमें आपको एक्स-रे या सीटी-स्कैन की जरूरत नहीं पड़ती। डॉक्टर की सलाह के बगैर सीटी-स्कैन करवाने से आपको बचना चाहिए।
कोविड की जब शुरूआत होती है तो ऐसे समय में सीटी-स्कैन की कुछ ज्यादा जरूरत नहीं होती। कोविड इंफेक्शन में निमोनिया में 6 से 7 दिन के बाद या 9 से 10 दिन में नजर आता है तो तब डॉक्टर सीटी-स्कैन करवाते हैं और वो भी हर केस में नहीं होता। डॉक्टर्स की मानें तो जरूरत न होने पर सीटी-स्कैन न करवाएं क्योंकि इसके साइड इफेक्ट्स बहुत ज्यादा हैं। सीटी-स्कैन मशीन से निकलने वाला रेडिएशन हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक होता है। सीटी-स्कैन से कैंसर की संभावना भी बढ़ जाती है। सीटी-स्कैन, एक नॉर्मल एक्स-रे से हजार गुना ज्यादा नुकसानदायक होता है। कोविड होने पर आप पहले आरटी-पीसीआर करवाएं। अगर आरटी-पीसीआर नेगेटिव आने के बाद भी आपको कोविड के लक्षण नजर आ रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह लें, अगर वो कहते हैं तो आप दूसरे टेस्ट करवाएं।
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