types of diabetes in hindi
डायबिटीज अर्थात मधुमेह एक तेजी से बढ़ता रोग है। इसके तीन मुख्य प्रकार क्रमशः टाइप 1 डायबिटीज़, टाइप 2 डायबिटीज़ तथा गर्भावधि मधुमेह होते हैं। चलिये विस्तार से इस वीडियो में जानते हैं कि डायबिटीज कितने प्रकार होती हैं। साथ ही इनसे इनसी जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां।
टाइप 1 डायबिटीज़
सबसे पहले टाइप 1 डायबिटीज़ बात करते हैं। यह एक असंक्रामक या स्वप्रतिरक्षित रोग है। स्वप्रतिरक्षित रोग का प्रभाव जब शरीर के लिए लड़ने वाले संक्रमण, प्रतिरक्षा प्रणाली के खिलाफ होता है तो यह स्थिति टाइप1 डायबिटीज़ की होती है। टाइप 1 डायबिटीज़ में प्रतिरक्षा प्रणाली पाचनग्रंथियां में इन्सुलिन पैदा कर बीटा कोशिकाओं पर हमला कर उन्हें नष्ट कर देती है। इस स्थिति में पाचन ग्रंथिया कम मात्रा में या ना के बराबर इन्सुलिन पैदा करती हैं। टाइप 1 डायबिटीज़ के मरीज़ को जीवन के निर्वाह के लिए प्रतिदिन इन्सुलिन की आवश्यकता होती है।
टाइप 2 डायबिटीज़
टाइप 2 डायबिटीज़ सामान्य मधुमेह का एक प्रकार है। लगभग 90 से 95 प्रतिशत लोगो में टाइप 2 डायबिटीज़ पाया जाता है। मधुमेह का यह लक्षण वृद्धावस्था में पाया जाता है। परिवार में पहले से किसी को मधुमेह हो, पहले किसी को गर्भावधि मधुमेह हुआ हो, शारीरिक असक्रियता और किसी भी रूप में मधुमेह के लक्षण हो सकते है। लगभग 50 प्रतिशत लोगों को अधिक मोटापे के कारण टाइप 2 डायबिटीज़ होता है। टाइप 2 डायबिटीज़ का इलाज बच्चों और किशोरो में तेजी से मुख्यत: अफ्रीकी अमेरिकी, मैक्सिकन अमेरिकी और प्रशांत द्वीप के बच्चो मे किया जा रहा है।
गर्भावधि मधुमेह
कुछ महिलाओ में गर्भावधि मधुमेह गर्भावस्था में देर से विकसित होता है। हालांकि इस अवस्था का प्रभाव शिशु के जन्म के बाद खत्म हो जाता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को 5 से 10 वर्ष के अन्दर 40 से 60 प्रतिशत प्रकार 2 मधुमेह होने के आसार होते है। उचित शारीरिक वजन और शारीरिक सक्रियता लाकर गर्भावधी मधुमेह को विकसित होने से रोकने मे मदद मिलती है।