symtoms of asthma in children in hindi
बच्चे को होने वाली हर तरह कि फैंफड़ों कि समस्या एवं संक्रमण तथा लम्बी अवधि तक बनी रहने वाली खांसी आदि कि समस्या में अस्थमा सबसे ज्यादा प्रचलित कारण है जिसे गलत तरीके से जाना एवं उपचारित किया गया है।साँस लेने में कठिनाई होती है, सीने में जकड़न जैसा महसूस होता है,दमा का रोगी जब साँस लेता है तब एक घरघराहट जैसा आवाज होती है,साँस तेज लेते हुए पसीना आने लगता है, बेचैनी-जैसी महसूस होती है, सिर भारी-भारी जैसा लगता है, जोर-जोर से साँस लेने के कारण थकावट महसूस होती है आदि अस्थमा के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले लक्षण होते है। अगर आपका बच्चे लंबे समय से खांसी के परेशान है तो उसकी अस्थमा की जांच जरूर करायें। अस्थमा से फेफडों को नुकसान पहुंचता है, इसलिए दवा ऐसी होनी चाहिए, जिसे फेफडे आसानी से खींच पाएं। जिस तरह से त्वचा पर संक्रमण होने पर क्रीम लगाने को दी जाती है, वैसे ही अस्थमा को नियंत्रित करने के लिए इनहेलर जरूरी है।हर व्यक्ति में लक्षण एकसमान नहीं होते है, लेकिन अस्थमा का सामना कर रहे लोगों में हल्के से गंभीर लक्षणों के उतार चढ़ाव दिख सकते है। कुछ लोगों को लंबे समय के अंतराल के बाद अस्थना के लक्षण दिख सकते है और अस्थमा का अटैक आ सकता है।