हृदय-रोग डेवलप होने में कई साल लगते हैं। कई बार यह बीमारी जन्म से ही हो सकती है और यह कम उम्र में भी। वसा का अतिरिक्त सेवन और अनियमित जीवनशैली के चलते रक्तसवाहिनियों में प्लाक जमा हो जाता है। इससे हृदय को रक्तं-संचार प्रभावित होता है। परिणामस्वंरूप हृदय रोग हो सकता है। पश्चिम में आमतौर पर हृदय रोग 60 साल की उम्र के बाद होता है,लेकिन भारत में अमूमन इससे दस साल पहले ही इस बीमारी का खतरा मंडराने लगता है।
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