अधिकतर महिलाओं को प्रसव यानि कि डिलीवरी के बाद डिप्रेशन होने का खतरा बहुत बढ़ जाता है। इसलिए आज हमें डॉक्टर अचल भगत इसके कारण और निदान के बारे में बता रहे हैं। डॉक्टर भगत का कहना है कि प्रसव के बाद महिलाओं को अवसाद या डिप्रेशन होना सामान्य सी बात है। आकड़ें बताते हैं कि प्रसव के बाद लगभग 10 प्रतिशत महिलाओं को डिप्रेशन होता है। इसके लक्षणों में किसी काम में मन ना लगना, भूख ना लगना, दिमाग चिड़चिड़ा होना, मन में मायूसी रहना, बच्चे में रुचि कम होना, बच्चे के प्रति नकारात्मक विचार आना, नींद कम आना और आगे का भविष्य अंधकार में दिखना मुख्य हैं। हालांकि ये सभी लक्षण आसानी से ठीक हो सकते हैं। जरूरी है इनका समय पर पता लगना और इलाज होना। कुछ लोगों के शक्की होने के चांस बढ़ जाते हैं। अगर आपके आसपास भी कोई ऐसी महिला है जिसमें प्रसव के बाद ऐसे लक्षण देखे जा रहे हैं तो आप उसे किसी अच्छे डाक्टर को दिखाने की सलाह दें।
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